रास्ते का विवाद निपटाने के लिए क्या वास्तव में धर्म परिवर्तन का लालच दिया गया?
अजोरे केवट और अख्तर के पक्ष में रास्ते को लेकर चल रहा पुराना विवाद
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर।जिले के इटवा इलाके में जमीन के एक टुकड़े पर कब्जे को लेकर धर्मपरिवर्तन जैसे संवेदनशील मुद्दे को हथियार बनाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में जब एक पक्ष ने इटवा पुलिस से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की तो प्रशासन यकायक सक्रिय हुआ और मामले की छानबीन में जुट गया है। दूसरे पक्ष ने इसे जमीन हड़पने के लिए की जा रही साजिश की बात कही है।
क्या है वादी का आरोप?
बताते हैं कि इटवा थाना क्षेत्र रूद्रौलिया गांव के टोला केवटहिया डीह निवासी अजोरे, केवट जाति से आते हैं। उनका आरोप है कि उनके घारी के बगल गांव के बगल गांव के ही दो लोगों की भूमि है और उसके घर आने के लिए रास्ता है। ये घारी हटाने का भी दबाव बना रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि तुम धर्म परिवर्तन कर लो तो जमीन का विवाद खत्म कर लेगें, नहीं तो तुम्हारे परिवार को बर्बाद कर देंगे। उसने तहरीर के अनुसार केस दर्ज कराने की कोशिश भी लेकिन पुलिस ने जांच से पहले केस दर्ज करने से इनकार कर दिया। पुलिस के अनुसार दोनों पक्षों में तकरीबन छह माह से अधिक समय से विवाद चल रहा है। जबकि जमीन का सीमांकन भी हो चुका है, लेकिन रास्ता नहीं निकला। अब घटना में नया मोड़ आ रहा है।
क्या कह रहा दूसरा पक्ष?
मामले में दूसरे पक्ष के अख्तर ने बताया कि उसके आवेदन पर इटवा के एसडीएम प्रवेंद्र कुमार ने तीन सदस्यीय टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे। टीम गांव में आई तो अजोरे को ही अतिक्रमण हटाने को कहा था। मेरी बात के प्रमाण में गठित टीम की रिपोर्ट भी देखी जा सकती है। अजोरे ने घर बनाया तो उन्होंने दरवाजा उसके खेत की ओर कर दिया और गलत तरीके से रास्ता मांग रहे हैं। धर्म परिवर्तन का आरोप लगाना सरासर नाजायज है।
इटवा के एसओ ने बताया
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक इटवा संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि मामले की जानकारी है। दोनों पक्ष के बीच रास्ते का पुराना विवाद है।फिलहाल धर्म परिवर्तन के आरोप की भी जांच की जा रही है। प्रकरध में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
एसडीएम इटवा ने कहा
इस सिलसिले में उपजिलाधिकारी इटवा प्रवेंद्र कुमार ने कहा कि पूरी घटना याद नहीं है। रूदौलिया गांव के विवाद के बारे में रिकॉर्ड देखने के बाद ही कुछ बता सकूंगा। इस मामले की जांच की जाएगी। जो दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।