आग की लपटों में गरीब बृजमोहन समेत भुन गई गर्भवती तारा, गांव में मातम
एम. आरिफ
इटवा, सिद्धार्थनगर। इटवा इलाके में आग के दानव ने आज दो जिंदगियां निगल लीं। गरीबी से तंग ढोढ़े तो खेत में जला ही, गर्भवती तारी को निगलने के लिए आगे खतों से चल कर उसके घर पहुंच गई। इसके साथ तारा ही नहीं उसके पेट में पल रहा शिशु भी काल के गाल में चला गया।
बताया जाता है कि इटवा थाना क्षेत्र के सीवान में सोमवार सुबह आग लग गई। तेज हवा के चलते आग खेतों से बढ़ कर गांव तक पहुंच गई। लोग घरों से भागने लगे, मगर गांव के बृजमोहन की तीस साल की पत्नी तारा भाग न सकी। घर में ही आग की लपटों में घिर कर उसने दम तोड़ दिया।
बताते हैं कि तारा घर में आग की लपटों में फंस गई। लोगों को इस बात की जानकारी आगे लगने के बाद ही पता चली। तारा को शीघ्र ही प्रसव होने वाला था। इस घटना से गांव में मातम छा गया। कुदरत के कहर ने तारा ही नहीं, उसके पेट में पल रहे बच्चे को भी निगल लिया।
दूसरी घटना भनवापुर ब्लाक के ग्राम कोदईजोत में हुई। गांव का 70 साल का ढोढ़े बहुत गरीब था। वह आज सुबह गेहूं के कटे खते में बाालियां बीनने गया था। उसी दौरान बगल के खेत में खड़ी फसल में आग लग गई।
चश्मदीद बताते हैं कि कोदई आग लगने के बावजूद बिना डरे बालियां बीनने में लगा रहा। अचानक वह चारों तरफ से आग में घिर गया और मौके पर ही उसकी जल कर मौत हो गई।
याद रहे कि आज ही उसका बाजार में भी पटाखे की दुकान में आग लगने से दो लड़कों की जल कर मौत हुई है। चारों मौतों से जिले के माहौल में उदासी छा गई है।