तरुणोत्सव कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने किया छात्रों से संवाद , दिए सफलता के टिप्स
इटवा में तरुणोत्सव समागम व सम्मान समारोह का आयोजन
आरिफ मकसूद
इटवा , सिद्धार्थनगर : नेता सुभाष चन्द्र बोस जी के जयंती पर कस्बे में स्तिथ जे.के.जे होटल में इस पिछड़े एंव ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा एंव युवाओं को उनके लक्ष्य के प्रति जागरूक करने तथा उनके प्रतिभा को सम्मानित करने के उद्देश्य से शनिवार को तरुणोत्सव समागम एंव सम्मान समारोह का आयोजन किया गया ,
कार्यक्रम में , बच्चे जीवन में सफलता कैसे प्राप्त करें। पढ़ाई के लिए उन्हें क्या करना चाहिए जैसे सवाल बच्चों के मन में होते हैं। कार्यक्रम में इन जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए देश की सबसे बड़ी परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर दीपक मीणा एंव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर राम अभिलाष त्रिपाठी से बच्चों का संवाद कराया। बच्चों ने सवाल पूछे और जिलाधिकारी ने उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। सबसे महत्वपूर्ण बात जिलाधिकारी ने कहा कि 12 वीं तक की उम्र भटकाव की होती है। जो इससे बच नहीं पाएगा उसके जीवन में काश शब्द हमेशा रह जाएगा। वह भविष्य में हमेशा कहता रहेगा कि काश ऐसा किया होता तो आज मैं भी सफल होता।
प्रस्तुत है डीएम से बच्चों का संवाद
सवाल – मै आई ए एस कि तैयारी करनी चाहती हूँ , कैसे करूं (प्रीति विशकर्मा 10वी छात्रा )
जिलाधिकारी – क्लास में बेहतर करें आईएएस एग्जाम के अलावा कई और चीजों पर काम करने की जरूरत होती है। पढ़ाई के साथ-साथ विश्व के घटनाक्रम पर नजर रखें। क्रिएटिव माइंड होना चाहिए। विद्यार्थियों में यह ट्रेंड बन गया है कि क्लास में फर्स्ट आना है। क्लास में पहले और दूसरे नंबर पर आने की होड़ के बजाय मन लगाकर पढ़ाई करें सफलता जरूर मिलेगी।
सवाल– अपने आईआई टी करने के बाद आई ए एस कि पढाई किस तरह की ( आशिंका मिश्रा ) जिलाधिकारी – विद्यार्थी को दृढ़ संकल्प होना चाहिए कि वह कर सकता है। मैं भी अपने क्लास में अच्छा करता था, मैंने आईआई टी कर एक कंपनी में जॉब किया साथ ही आई ए एस कि तय्यारी चलती रही , और मै आज आई ए एस कि एग्जाम क्व़ालिफाई कर सरकारी सेवाएँ दे रहा हूँ ।
सवाल – संसाधन के अभाव में हम सिविल परीक्षाएं कैसे निकालें । ( सुनील ) जिलाधिकारी – लगन और मेहनत के आगे संसाधन कि कमी नही खलेगी , एक लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े ।
प्रश्न – क्या मेडिकल की पढ़ाई के बाद आईएस बन सकते हैं (अहमद ) जिलाधिकारी – किसी भी विषय के साथ आईएएस की तैयारी की जा सकती है। लेकिन आईएएस की तैयारी के लिए और भी कई जानकारियां प्राप्त करते रहें। जिस सब्जेक्ट में आपकी रुचि है, उस पर फोकस कर मेहनत करें, सफलता जरूर मिलेगी।
प्रश्न – एक ही चीज बार-बार पढ़ने की बोरियत से कैसे बचें। ( आशीष कुमार ) जिलाधिकारी – कुछ छात्र एक साथ एक चैप्टर को खत्म करने के बाद ही अगले चैप्टर की पढ़ाई करते हैं। जबकि कई छात्र मिक्स चैप्टर की पढ़ाई करते हैं। इसलिए जिस प्रकार पढ़ाई करने में सहूलियत हो उसी अनुसार पढ़ाई करें। 2 घंटे में अलग-अलग चैप्टर की भी पढ़ाई कर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
प्रश्न – क्या आईएएस बनने के लिए ज्यादा पैसे और बड़ी जगह की आवश्यकता होती है? पवन कुमार जिलाधिकारी – आईएएस की तैयारी के लिए बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं है। लेकिन छोटे जगहों पर ज्यादा विकल्प नहीं होने की वजह से किसी ऐसी जगह पर तैयारी करनी होती है जहां सभी जानकारी प्राप्त हो सके। आईएएस की तैयारी के लिए ट्यूशन की भी जरूरत नहीं होती है। जिसका उदाहरण मैं खुद हूं। मैंने अपनी तैयारी के दौरान कभी कोचिंग नहीं की और सफलता हासिल की।
प्रश्न – बड़े लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जा सकता है? अंकित कुमार जिलाधिकारी – हर इंसान को सपने देखने का हक है और सपना जरूर देखें। जब तक सपने नहीं देखेंगे जिंदगी में कुछ हासिल नहीं कर सकेंगे। सपने भी बड़े होने चाहिए, जिसे पूरा करने में पूरी मेहनत करनी पड़े। प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते समय भी उन्होंने डीएम बनने से पहले डीएम का सपना देखा और मेहनत कर आज आप लोगों के सामने बैठा हूं। लाइफ में सही समय पर सही चुनाव जरूरी है। सपने देखने में कंजूसी ना करें।
इस मौके पर त्रिलोकपुर इंस्पेक्टर रणधीर मिश्रा, एसएसआइ रामेश्वर यादव, ओम छपड़िया ,व्यापार मंडल अध्यक्ष शिव कुमार वर्मा, जिलाध्यक्ष स्वर्णकार एसोसएिशन शंभूनाथ सोनी, खुनियांव ब्लाक प्रमुख मनोज मौर्य, अरूण द्विवेदी, प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश श्रीवास्तव, आदि उपस्थित रहे।
आयोजक अनिल जायसवाल ने अतिथियों को स्वागत करते हुए कहा कि यहां की प्रतिभाओं को कुछ सीखने का अवसर मिले और उनमें नई ऊर्जा प्रदान हो, इस उद्देश्य से समारोह का आयोजन किया गया