अब गौशालाओं में पशुओं की इयर टैगिंग होगी, ताकि उनके असली हालात का पता चल सके
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पशुओं का ईयर टैंगिग कराने के साथ जिले की सभी गौशालाओं का निरीक्षण कर वहां पर हरा चारा, पानी, भूसा आदि सहित पशुओं का टीकाकरण कराने आदि की भी हिदायत दी है। पशुओ के कान को टैग कर उनके बारे में सारी जानकारी रखना ही इसका मकसद है।
दरअसल इन पशुओं की टैगिंग के बाद उनके विषय में सारी जानकारी मिलती रहेगी। मतलब वह किस गौशाला के है। उनके भोजन और शारीरिक स्थित की क्या स्थिति है। वह बीमार, घायल अथवा बीमार है या नहीं। उनकी मृत्यु का भी पता चल जयेगा। सबसे बड़ी बात है कि इस विधि से भ्रष्टाचार रुकेगा और अधिक पशु दर्शा कर फर्जी भुगतान लेने वाले भ्रष्टाचार न कर सकेंगे।
यहां अफसरों की एक बैठक में विभागवार समीक्षा के दौरान डीएम दीपक मीणा ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से डाक्टरों की तैनाती तथा दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सीएमओ को आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों का इलाज कराने तथा उनका क्लेम जनरेट कराने का भी निर्देश दिया गया।
स्वच्छ भारत मिशन के अंन्तर्गत शौचालय निर्माण की समीक्षा, प्रधानमंत्री आवास शहरी, प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण के कार्य में प्रगति लाये जाने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा भू-माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही, राजस्व वादों का निस्तारण, आई.जी.आर.एस., राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन (राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम), राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन (बाल स्वास्थ्य गारन्टी योजना),प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (जननी सुरक्षा योजना), तथा अन्य विभागों के प्रगति की भी क्रमवार समीक्षा की गई।
इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाण् इन्द्र विजय विश्वकर्मा, अपर जिलाधिकारी वि./रा.) सीताराम गुप्ता, जिला विकास अधिकारी शेषमणि सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी सी.पी.सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी आदर्श, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा. राहुल गुप्ता, जिला दिव्यांग जनसश्क्तीकरण अधिकारी एजाजुल हक, अधिशासी अभियन्ता जल निगम पवन कुमार यादव, जिला पूर्ति अधिकारी बृजेश कुमार मिश्र, अधि. अभि. लो.नि.वि. (प्रा.ख.) सिद्धार्थनगर, नलकूप, सिंचाई निर्माण खण्ड, तथा समस्त कार्यदायी संस्थाओं के प्रोजेक्ट मैनेजर और उनके अधीनस्थ तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।