पंचायत भवन के गिरने से दो अबोध बच्चों की दर्दनाक मौत की जांच की मांग
ओकार पांडेय
गोंडा। नवाबगंज थाना क्षे़त्र के ग्राम मीरपुर में पंचायत भवन की छत गिर जाने से गत दिवस दो मासूमों की मौत हो गई। इससे गांव में कोहराम मचा है। ग्रामवासी तत्कालीन प्रधान और सेक्रेटरी को घटना का जिम्मेदार मानते हुए इसकी जांच की मांग की है। पंचायत भवन बने अभी छः साल भी पूरे नहीं हुए थे
बताया जाता है कि गांव के दो बालक 7 वर्षी शंटू और आठ वर्षीय दीपक अन्य बच्चों के साथ दिन में पंचायत भवन में खल रहे थे। अचानक भवन की सीलन भरी छत टमट का बच्चों के सिर पा आ गिरी जिससे दोनों की मौत हो गई। इस घटना से बच्चोंके परिवारों में कोहराम मच गया। बच्चों की मांए छाती पीट का रोने लगीं और पूर्व प्रधान व सेक्रेटरी को कोसने लगीं। गई।इस घटना के बाद पूरा गांव हाय हाय कर रहा था और घटा का जिम्मेदार तत्कालीन प्रधान व सेकेटरी को मान रहा था।
इस बारे में गांव वालों का कहना है कि पंचायत भवन निर्माण के उपरोक्त दोनों जिम्मेदारों ने निर्माण के दौरान पैसों की जम कर बंदरबांट की। जिसके कारण भवन मानके विपरीत बहुत घटिया और कमजोर बना और इसकी छत 6 साल में ही ध्वस्त होकर गिरगया। कुछ लोगों का कहना है कि इसके लिए शासन को जांच कर उपराक्त के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। ग्रमीणों ने पीडि़त परिवार के लिए शासन से आर्थिक सहायता की भी मांग की है।