जिले में नगर निकाय चुनाव की तैयारी शुरू, भाजपा व सपा के अनेक दावेदार आये सामने
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। स्थानीय निकायों के चुनाव की तैयारी शासन स्तर पर शुरू हो गई है। इसी के साथ सिद्धार्थनगर जिले की दो नगर पालिकाओं व सात नगर पंचायतों की राजनीतिक गतवधिया भी तेज हो गई है। इन सभी निकायों में कौन बनेगा अध्यक्ष के सवाल जनता के बीच चर्चा का विषय बनने लगे हें। पुरानी निकायों के पिछले चुनाव में निर्वचित अध्यक्ष को चुनौती देने देने के लिए नये उम्मीदवार कमर कस चुके है तथा जनता के बीच सम्पर्क करने की रणनति पर अमल करने लगे हैं। मगर नवगठित निकायों में जहां पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं वहां के उम्मीदार और मतदाता दोनों ही उत्साहित हैं।
सदर क्षेत्र के राजनीतक हालात
सिद्धार्थनगर जिला मुख्यालय की नगर पालिका परिषद के चुनावों के लिए भाग दौड़ शुरू हो गई है। नगर पालिका क्षेत्र के परिसीमन और वार्डों के पुनर्गठन के बाद पिछले चुनाव के सारे समीकरण गड़बड़ा गये हैं। इसी के साथ उम्मीदवारों की तादाद भी बढ़ने के आसार बन गये हैं।
अध्यक्ष पद का पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीतने वाले श्याम बिहारी जायसवाल इस बार पार्टी में नहीं हैं। लेकिन उनका लड़ना तय है। श्याम बिहारी जायसवाल की भाजपा से दावेदारी खत्म होने के बाद से ही कई अन्य नेता भाजपा से टिकट के लिए प्रयास में लग गये हैं। इनमें पूर्वा ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि राजू सिंह, भाजपा के कृषि मंत्री फते बहादुर सिंह व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रहे एस. पी. अग्रवाल की दावेदारी तगड़ी है। इसके अलावा गत चुनाव में दूसरे नम्बर पर रहीं फौजिया आजाद इस बार फिर कांग्रेस की उम्मीदार है। सपा से चुनाव लड़ने की मंशा रखने वाले पूर्व नपा अध्यक्ष और युवा राकेश दत्त त्रिपाठी भी अपने को तौलने में लगे हुए हैं। इसके अलावा भी लगभग एक दर्जन उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए कमर कसने में लगे हैं।
नगर पालिका बांसी
नगर पालिका बांसी में अध्यक्ष पद की लड़ाई पिछले तीन दशक से भाजपा सपा के राइनी परिवार के बीच होती रही है।जिसमें अधिकांश बार सपा अपना परचम लहराने में कामयाब रही है। इस बार भी लड़ाई सपा के राइनी परिवार बनाम भाजपा के बीच तय है। भाजपा इस सीट पर अक्सर अपना प्रत्याशी बदलती रही है। लेकिन सपा का टिकट राइनी परिवार को ही जाता है। पिछड़ा वर्ग के लिए रिजर्बेशन होने पर इस परिवार को लड़ना होता है। सामान्य सीट होने पर भी इस परिवार के मुहम्मद इदरीस राइनी लड़ते है इसी प्रकार महिला वर्ग के लिए रिजर्व होने पर मुहम्मद इदरीस की पत्नी श्रीमती चमन आरा मैदान में उतरती है। यहां किसी तीसरे की चर्चा गैर जरूरी है।
डुमरियागंज से कौन होंगे प्रत्याशी
डुमरियागंज व इटवा नगर पंचायतों के चुनाव के लिए सुग बुगाहट शुरू हो चुकी है। डुमरियागंज से वर्तमान चेयरमैन जफर अहमद बब्बू पिछली बार बसपा से लड़ कर जीते थे। उनकी नेता श्रीमती सैयदा खातून इस बार सपा से विधायक हैं। ऐसे में वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे यह अभी तय नहीं है। मगर उनका लड़ना पूरी तरह तय है। इसी प्रकार सपा के अतीकुर्रहमान गत चुनाव में सपा के टिकट पर लड़े थे वे इस बार भी चुनाव लड़ने को प्रतिबद्ध दिखते हैं। भाजपा से भी मकसूदन अग्रहरि की दावेदारी तगड़ी है। इसके अलावा भाजपा से श्यासुंदर अग्रहरि, शत्रुघन सोनी, राकेश शास्त्री आदि भाजपा से टिकट पाने की मंशा बना रहे हैं टिकट न मिलने पर उनमें से कई निर्दल भी भाग्य आजमा सकते हैं।
इटवा में चुनाव लड़ने वालों की भीड़
नगर पंचायत इटवा में चुनाव लड़ने वालों की तादाद अधिक देखी जा रही है। यहां पर पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं। इसलिए यहां अपेक्षाकृत रहस्य भी है और रोमांच भी। इटवा से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से युवा नेता नादिर सलाम का नाम आगे है तो कुछ लोगों का कहना है कि कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद मुहम्मद मुकीम के बेटे जावेद मुकीम की भी लड़ने की चर्चाएं हैं। दूसरी तरफ सपा से रज्जन पाडेय व राजेन्द्र जायसवाल की उम्मीदवारी तग़ड़ी है। दोनों ही सपा दिग्गज माता प्रसाद के करीबी भी हैं।
जहां तक भाजपा का सवाल है उसके स्थानीय नेता शिवकुमार वर्मा का नाम सबसे ऊपर है। वह सालों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। लेकिन इसी पार्टी से कुलदीप द्विवेदी, विकास जायसवाल व माधव यादव भी टिकट की जुगाड़ में लगे हैं। यह सभी प्रत्याशी जनता के बीच जाकर अपने लिए अभी से वोट भी मांगना शुरू कर दिये हैं। हालांकि चुनाव अभी दो महीना दूर है। मगर इससे क्या? अच्छे नेता के नजर में तो हर मौसम चुनाव का मौसम होता है।
कपिलवास्तु नगर पंचायत का चुनाव भी रोचक होगा
नवसृजित नगर पंचायत कपिलवस्तु में भी पहली बार चुनाव होगा इसलिए बर्दपुर के हर चाय की दुकानों पर सुबह शाम रोचक डिस्कसन देखने को मिल रहे है। यहाँ के चुनाव में सीधा मुकाबला भाजपा और सपा में ही होगा। भाजपा में तो टिकट के दावेदार कई है। पूर्व विधायक स्व. रामरेखा यादव के पुत्र ओमप्रकाश यादव, रामसागर चौधरी, नितेश पाण्डेय, ई. सर्वेश जायसवाल के नाम की काफी चर्चा है। सपा से पूर्व पूर्व जिला पंचायत सदस्य डा. प्रमोद यादव, जावेद आलम का नाम आगे आ रहा है। देखा जाय तो कपिलवास्तु नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के दावेदारों की कतार लम्बी है मगर साफ तस्वीर आरक्षण सूची जारी होने बाद ही होगी।