फार्मासिस्ट की रहस्यमय मौतः क्या डाक्टर के उत्पीड़न के चलते हुयी दिनेश यादव की मौत?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बढ़नी में संदिग्ध हालात में मृत फार्मासिस्ट दिनेश फार्मासिस्ट यादव के मामले की जांच जिले के मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग करेंगे। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के हवाले से मिली है। दिनेश यादव की मौत कल हुई थी। जिसे हत्या बताते हुए उसके परिजनों ने अस्पताल पर काफी हंगामा किया था। आरोप है कि उसकी मौत अस्पताल के डाक्टर श्रवण तिवारी के उत्पीड़न के कारण हुई।
दिनेश की मौत की वजह डा. श्रवण कुमार तिवारी के उत्पीड़न की बजह से हुई या नही, इसे लेकर बढ़नी के स्वस्थ्य कर्मी दो खेमों में बंटे दिखते हैं। एक खेमे का कहना है कि भला किसी डाक्टर के डांटने मात्र से किसी की मौत हो सकती है। इसके उलट कुछ लोगों का कहना है कि डाक्टर ही नहीं कोई व्यक्ति अगर अपने मातहत को लगातार लागातार अपमान जनक तरीके से अपमानित कर उसका सार्वजनिक रूप से मानसिक उत्पीड़न करे तो ऐसा हो सकता है। वैसे उाक्टर तिवारी की इस मौत में कोई सीधा हाथ हो सा नहीं मगर जिस प्रकार फार्मासिस्ट दिनेश यादव की मौत के बाद आनन फनन में अस्पताल के चेंम्बर से सी सी टीवी केमरा उतरवाया गया, उसे देख कर लोगों के आरापों को बल जरूर मिलता है।
बता दें कि 38 वर्षीय फार्मासिस्ट दिनेश यादव की मौत कल दिल का दौरा पड़ने से हई थी। परिजनों का आरोप है कि बढ़नी पी एच सी में तैनात डॉक्टर श्रवण तिवारी ने मृतक दिनेश यादव को अपने चैंबर बुला कर बुरी तरह से डाँटा। डॉक्टर श्रवण तिवारी की डांट और फटकार की वजह से फार्मासिस्ट दिनेश यादव को दिल का दौरा पड़ा और वे मौके पर गिर पड़े। दिनेश को फौरन जिला अस्पताल भेजा गया, मगर जिला अस्पताल में पहुचते ही उनकी मौत हो गई।
इसके बाद अस्पताल में परिजनों ने काफी हंगामा काटा । परिजन एमरजेंसी गेट बंद कर धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि डॉक्टर श्रवण तिवारी से काफी समय से विवाद चल रहा था। वे हमेशा दिनेश यादव को काफी परेशान करते थे। इसकी शिकायत भी उन्होंने कई बार से एम ओ से की थी लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नही हुयी। परिजनों का कहना है जब तक आरोपी डॉक्टर श्रवण तिवरी पर कार्यवाही नहीं की जाती है, तब तक वे लोग शव नही उठाएंगे। और एमरजेंसी गेट पर बैठे रहेंगे। वही सी एम ओ डा. सीमा राय का कहना है कि इस मामले में वे जांच कराकर सख्त कार्यवाही करेंगी। बहरहाल अब सीडीओ की जांच का इंतजार है।