सरकारी कार्यालय में रबर फिंगर से बन रहा था अधार कार्ड, यूआईडीएआई टीम ने दो को उठाया
आधार कार्ड बनाने में रबर के अंगूठे से सत्यापन कर रहा था संचालक
आरिफ मकसूद
इटवा , सिद्धार्थनगर । बीआरसी खुनियांव पर रबर फिंगर का प्रयोग कर फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने की सूचना पर लखनऊ से आई टीम ने छापा मारा। टीम ने आधार कार्ड बनाए जाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बरामद की और दो युवकों को भी अपने साथ ले गई। बीआरसी खुनियांव में लगभग 6 महीने से आधार कार्ड बनाने का काम हो रहा था
बीआरसी खुनियांव के जिम्मेदारों के मिली भगत से अधिक धन लेकर एंव डुप्लीकेट डॉक्यूमेंट से आधार बनाया जाता था । इस काम के लिए विभागीय कर्मियों द्वारा टिकुईया चौराहा स्थित जनसेवा केंद्र चलाने वाले दो युवकों की मदद लेने की बात भी सामने आई। शुक्रवार को भी यही दोनों युवक आधार कार्ड बना रहे थे। इस दौरान टीम ने इन युवकों के पास से फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए प्रयोग में आने वाली सामग्री बरामद की।
इस बाबत एबीएसए खुनियांव गोपाल मिश्र ने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। बीएसए राजेंद्र सिंह ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने की सूचना पर लखनऊ से आई टीम ने जांच की थी। इस बाबत जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि यूआईडीएआई लखनऊ की टीम आई थी, उन्हें शिकायत मिली थी कि खुनियांव बीआरसी में आधार कार्ड बनाने के लिए ज्यादा धन वसूला जा रहा है। टीम के सदस्यों से बात हुई है, जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
एक किलोमीटर दूर कार रोक कर पैदल पहुंची टीम
किसी को भनक न लगे इसके लिए लखनऊ से कार में आई टीम के सदस्य बीआरसी कार्यालय से करीब एक किलोमीटर दूर बढ़या गांव में उतर गए। यहां से तीनों अधिकारी पैदल ही टहलते हुए बीआरसी कार्यालय पहुंचे। तीनों ने काफी देर तक खड़े रहकर आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया देखी। इसके बाद अधिकारियों ने दोनों युवकों से पूछताछ की और आधार बनाने में इस्तेमाल किए जा रहे प्लास्टिक-रबड़ के अंगूठे, आधार कार्ड बनाने की मशीन आदि कब्जे में ले ली। टीम ने दोनों युवकों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।