मानवता की रक्षा के लिए हो रहा यज्ञ गरीब के लिए दानवता भरा कृत्य बना, घर व बाग बगीचा जल कर राख
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। त्रिलोकपुर। धार्मिक काम यथा पूजा, नमाज आदि मानवता की भलाई के लिए होते हैं। मगर इन्हें सम्पन्न करने में मनुष्य लापरवाही भरा कदम उठा लेते हैं। नतीजे में मानवता के बजाये दानवता का कृत्य हो जाता है। ऐसा की एक मामला त्रिलोकपुर थाने के परसाहन गांव में देचने का मिला, जहां यज्ञ के लिए जल भरने आये लोगों की लापरवही से एक गरीब का घर जल गया। मानवत के लिए होने वाला यज्ञ एक गरीब के लिए दानवता भरा कृत्य साबित हो गया। ग्रामीणों की उद्दंडता के चलते हुई घटना में उस गरीब का घर तथा मालिक का दो बगीजा जल कर रख हो गया।
बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के परसोहन गांव के ग्रामीण मंगलवार का अपरान्ह चार बजे यज्ञ के लिए जल लेने राप्ती नदी पर जा रहे थे। बताते है कि इस दौरान वह सब गीतों के साथ आतिशबाजी के फुलझड़ियां भी छोड़ रहे थे। उन्होंने सी भी न सोचा की गर्मी का दिन है, खेतों में फसल भी सूखी है। हवा भी तेज चल रही है। ग्रामीणों में चर्चा है कि पटाखे दागने व फलझड़ी छोड़ने के दौरान निकली कोई चिंगारी नदी के पास बनी बिस्कोहर निवासी असगर अली की झाोपड़ी पर गिरी और देखते ही देखते घू घू कर जल उठी। असगर अली अपने पूरे परिवार के साथ पिछले 25 सालों से बूढ़ी राप्ती नदी के परसोहन घाट के सीवान में झोपडी बना कर रहते और खेती करते हैं। वह पास में स्थित अमरूद के बगीचे की देख रेख करके अपना गुजारा करते थे। उनकी झाेपड़ी में लड़की की शादी का समान भी रखा हुआ था।
यही नहीं इस आग ने बिस्कोहर निवासी मनोहर गुप्ता एवं मालिक गुप्ता का अमरूद व युकिलिप्टस के बगीचे को भी जला कर झाड़ में तब्दील कर दिया। पीडि़त असगर अली ने बताया कि परिवार में पत्नी दो लड़के व दो बालिग लड़कियां है। लड़कियों की शादी करने के लिए जो सामान खरीदकर रखे थे वह और घर गृहस्थी का पूरा सामान झोपड़ी सहित जल गया और यह सब श्रद्धा की ओट में गामीणों की उद्दंडता के चलते हुआ। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज एसआई राजेश कुमार शुक्ल व दीवान शिव करन यादव ने पीडि़त से जानकारी ली।