वर्षों से गौरैया सहित कई घरेलू पक्षियों का संरक्षण व जागरूकता अभियान चला रहे टाइगर बाबू
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर।एक तरफ जहां हर कोई कोरोना से लड़ाई जीतने में सरकार का साथ देता दिख रहा है इसी बीच पलटा देवी निवासी टाइगर बाबू ने वर्षों से चला रहे नन्हीं सी चिडिया गौरैया के संरक्षण को लेकर काफी उत्सुक हैं। जिसके लिए वे कृत्रिम घोसला बनाकर अपने घर पर जगह जगह गौरैयों को संरक्षण और जीवनदान दे रहे हैं।
अनवारूल हक उर्फ टाइगर बाबू ने कहा
लगभग 20 साल पहले ये गौरैया पंछी हमारे आस पास पडोस में अधिक मात्रा मे रहती थी पर समय बदलता गया और यह धीरे-धीरे विलुप्त होने के कगार पर आ गयी । टाइगर बाबू को यह विश्वास है की छत, बरामदा, आंगन मे गौरैया के लिए दाना पानी रखने से एवं कृत्रिम घोसला बनाने से यह हमारी रूठी हुई घरेलू और प्यारी सी गौरैया फिर से आ सकती हैं। इनकी तादाद मे फिर से इजाफा हो सकता है बस जरूरत है आगे आकर इनके संरक्षण के लिए मुहिम चलाया जाए । पंछी बिना लफ्जों के ही ढेरों दुआएं देते हैं ।
युवा समाजसेवी का यह प्रयास काबिले तारीफ है । वे यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी इन चिड़ियों के संरक्षण के लिए मुहिम चला रहे हैं । ऐसे मे लाकडाऊन का पालन करते हुए घर पर रहकर चिड़ियों के लिए दाना पानी रख रहे हैं और दर्जनों कृत्रिम घोसला बनाकर घर पर जगह जगह रखे हुए हैं ।लाकडाऊन का पालन भी हो रहा है और पुण्य का काम भी हो रहा है । उनकी अपील है कि लोग गौरैया ही नहीं इस प्रकार की हर घरेलू चिडिया के संरक्षण पर ध्यान दें।