भाजपा नेता ने गरीब से घूस लेते बिजली विभाग कर्मी को रंगे हाथ पकड़ा और पैसे वापस कराया
शिव श्रीवास्तव
महाराजगंज। नगर पंचायत बृजमनगंज अंतर्गत जहलीपुर में भाजपा नेता ने एक कर्मी को गरीबों से रिश्वत लेते सरे आम पकड़ा। वह व्यक्ति बिजली विभाग का बताया जाता है। बाद में भाजपा नेता ने सभी लोगों के रिश्वत के पैसे वापस कराये। कस्बे में इस बात की बहुत चर्चा है। पकड़ा गया आदमी विभाग का ठेकेदार बताया जाता है। घटना रविवार की है।
बताया जाता है कि सरकार की निःशुल्क सौभाग्य याजना के तहत बृजमनगंज नगर पंचायत में गरीब व असहाय लोगों के घरों में विद्युत कनेक्शन का काम विभागीय ठेकेदारों से कराया जा रहा है। जिसमें ठेकेदार हर लाभार्थी से 800 रुपया लेकर कनेक्शन लगा रहे थे। जबकि सरकार इस कनेक्शन पर कोई भी शुल्क नहीं ले रही है।
बताते है कि इसी बीच पैसे की लेनदेन में एक उपभोक्ता से ठेकेदारों की बहस हो गयी। लोगों ने इसकी सूचना मोबाइल पर भाजपा नेता राकेश जायसवाल को दी। भाजपा नेता ने अपने सहयोगी सनी रैना के साथ मौके पर पहुंचकर ठेकेदार को पैसा वसूलते रंगे हाथ पकड़ लिया। पूछने पर ठेकेदार ने बताया कि पैसा उसके सहयोगियों ने लिया था। सूचना मिली तो हम पैसा वापस करने के लिए चले आए।
दूसरी तरफ स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार गांव के ही एक व्यक्ति को लगाकर धन उगाही कर रहा है। मौके पर पहुंचे भाजपा नेता राकेश जयसवाल ने ठेकेदार द्वारा जितने कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं को घर घर जाकर ठेकेदार के साथ वसूले गए पैसे को वापस कराया।
इस संबंध में राकेश जायसवाल ने कहा कि हमने स्थानीय विद्युत विभाग के जेई से बात किया है। मामला सरकार की छवि को गंदा करने का है। हम इसकी शिकायत जिले से लेकर फरेंदा विधायक को करेंगे। ऐसे भ्रष्ट लोगों को सबक सिखाना जरूरी है और लोगों से निवेदन किया कि सरकार के मंसूबों पर जो भी पानी फेर रहा है उसको भाजपा के कार्यकर्ताओं या पदाधिकारियों तक पहुंचाएं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर हम कार्रवाई करवाएंगे।
वहीं विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर अतुल कुमार सिंह ने कहा की मामला जानकारी में नहीं है लेकिन यदि कोई सौभाग्य योजना में लग रहे कनेक्शन में पैसे की वसूली करेगा तो ऐसे ठेकेदारों पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। यह योजना निशुल्क है।
ऐसे में सवाल है कि जब सरकारी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने वाले लोग ही, सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। तो गरीब का क्या होगा। यदि इन पर लगाम नहीं लगाया गया तो सरकार की छवि पर निश्चित रूप से बुरा असर पड़गे।