गोल्डन कार्ड बनाने में भ्रष्टाचार करने वाले दर्जन भर सहज सीएससी संचालकों पर गिर सकती है गाज
निज़ाम अंसारीॽ
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ तहसील में गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य योजना का बुरा हाल है। इसके लिए जिम्दार सहज केन्द्रों की शिथिलता को देखते हुए उपजिलाधिकारी ने सभी सहज केन्द्रों से स्पस्टाकरण मांगा है तथा कार्य प्रणाली में सुधार न हाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
बता दें कि तहसील क्षेत्र में गरीब परिवारों का गोल्डन कार्ड (स्वास्थ्य कार्ड) बनवाया जा रहा है। इस कार्ड द्वारा प्रत्येक गरीब व्यक्ति 5 लाख की धनराशि तक का अपनी बीमारियों का निःशुल्क इलाज करा सकते हैं।गोल्डन कार्ड बनाने में सहयोग करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर क्षेत्र के कई सहज जनसेवा केंद्रों के संचालकों की तैनाती की गई है। मगर गरीबों का कार्ड बनाने के लिए तमाम बाधाएं उत्पन्न की जा रही हैं। कहीं भारी धनरशि की मांग होती है तो कहीं पात्र लोगों को छोड कर अपात्रों का कार्ड बनाये जाने कि शिकायतें हैं।
इसी कारण शोहरतगढ़ सीएचसी अधीक्षक डॉ. पी के वर्मा ने तहसील क्षेत्र के लगभग एक दर्जन संचालकों की शिकायत उपजिलाधिकारी से की थी। डा. वर्मा के मुताबिक कस्बे के भारतमाता चौक स्थित सहज जनसेवा केंद्र संचालक संतोष कुमार गुप्ता, आनन्द सहज जनसेवा केंद्र महदेवा नानकार के संचालक आनंद कुमार चौधरी, पकड़ी चौराहा के धर्मेन्द्र कुमार, गौहनिया चौराहे के शशी दूबे, सिसवा चारहे के आरिफ खान, चौधरी कम्प्यूटर रमवापुर नानकार के
अरविंद कुमार चौधरी, रवि मोबाइल सेंटर मदरहना उर्फ दत्तपुर के अरूण कुमार चौधरी, शोहरतगढ़ भा.स्टेट बैंक के बगल संदीप कुमार श्रीवस्तव, आरोही आनलाईन के विजय गुप्ता, परसा मुतालिका अलीदापुर के गुलजार अहमद द्वारा गोल्डन कार्ड बनाने में घोर लापरवाही की बरती जा रही है।
इसे संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण मना है।उन्होंने यह भी कहा कि यदि लापरवाही करने वाले सहज जनसेवा केंद्र संचालकों ने तीन दिवस के भीतर स्पष्टीकरण नहीं दिया तो उनके लाइसेंस निरस्त किए जाने की संस्तुति कर दी जाएगी।