लुटेरों ने युवा ज्वैलर्स को गोलियों से भूना, लाखों लूट कर फरार, क्षेत्र में सनसनी
लुटेरों ने पीछे से तीन गोलियां ताबड़तोड चला कर प्रभंजन की हत्या की, लूट और हत्या के खुलासे के लिए एसपी ने गठित कीं तीन टीमें
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। ज्वैलरी की दुकान बंद कर घर वापस लौट रहे एक युवा स्वर्ण व्यवसायी की गोली मार कर हत्या के साथ लाखों का माल लूट कर हत्यारे फरार हो गये। 25वर्षीय मृतक व्यवसायी का नाम प्रभंजन वर्मा पुत्र अनिल वर्मा है। शुक्रवार की देर शाम हुई इस घटना से गोल्हौरा थाना क्षेत्र में सनसनी छा गई है। इस दुस्सासिक घटना से स्तब्ध एसपी और एएसपी ने तत्काल मौका मुआयना किया। पुलिस अधीक्षक ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन भी कर दिया है।
क्या है लूट, हत्या की पूरी कहनी
प्राप्त विवरण के अनुसार शुक्रवार शाम को गौल्हौरा टाउन स्थित दुकान प्रभंजन ज्वैलर्स को बंद का प्रभजंन अपने बड़े भाई आशीष के साथ अपने घर राम टिकरा गांव के लिए रवाना हुए। रात करीब पौने आठ बजे के करीब वह गांव से पहले एक बाग के करीब पहुंच ही थे कि लुटेरों का गैंग जिनकी संख्या चार से पांच थी, अचानक दोनों भाईयों के पीछे आ गये। लुटेरों ने पीछे से तीन गोलिया चलाईं। चूकि प्रभंजन बाइक पर पीछे बैठा था इसलिए गोलियां उसकी पीठ पर लगीं। बाइक गिरते ही लुटेरों ने उस पर दो गोलियां और चलाईं। लुटेरों ने अब बैग छीनना चाहा, लेकिन भाई अशीष ने बैग बचाने का प्रयास किया। थोड़ी सी हाथापाई के बाद लुटेरों ने बैग छीन लिया और विपरीत दिशा में फरार हो गये।
अस्पताल ने मृत घोषित किया
अशीष वर्मा के बयान के अनुसार लुटेरों के भागने के बाद उसने भाई पर ध्यान दिया। उसे लेकर हास्पीटल की तरफ भागा, जहां डाक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। अशीष ने यह भी बताया कि गांव से पहले एक बाजार भी थी। जां काफी आमद रफ्त थी, इसलिए खतरे जैसी बात की आशंका भी नही हुई। घटना की खबर पाकर अपर पुलिस अधीक्षक वारदात स्थल पर रवाना हो गये। जबकि पुलिस अधीक्षक ने अपस्ताल में शव का निरीक्षण किया और बताया कि वे भी घटनास्थल पर जा रहे हैं।
कुछ लोग घटना को नहीं मान रहे लूट
बहरहाल इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी छाया हुई है। इसके पर्दाफाश के लिए पुलिस अधीक्षक अभिषेक महाजन ने तीन टीमों की घोषणा की है। इस घटना में लूट के तरीके पर भी लोग सवाल कर रहे हैं। लुटेरों ने वर्मा बंधुओं की बाइक के पीछे जाकर की और जिस प्रकार अंधाधुंध फायर झोंके वह लूट का सामान्य तरीका नहीं है। इसलिए कुछ लोग इसके पीछे कोई रंजिश भी मान रहे हैं। घटना लूट की है या कोई रंजिश यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ कहना जल्द बाजी होगी।