सपा बड़े धमाके की तैयारी में, सीएम को गोरखपुर में घेरने की प्रभावशाली रणनीति
पूर्वांचल के सबसे ताकतवर व प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार हो सकता है सपा में शामिल
खलीलाबाद, देवरिया व कुशीनगर से विप्र समाज के कई लोग हो सकते हैं साइकिल पर सवार
नजीर मलिक
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश चुनावों में जीत के लिए सभी राजनीतिक दलों द्वारा भांति भांति की रणनीतियां बनाई जाने लगी हैं। मगर समाजवादी पार्टी की रणनीति का खास अंदाज है। वह जल्द ही गोरखपुर में एक बड़े राजनीतिक धमाके की तैयारी में लगी है। उसके हिसाब से धमाका इतना जोरदार होगा की उसकी गूंज यूपी के पूर्वाचंल ही नहीं मध्य यूपी व बुंदेलखंड तक सुनाई पड़ सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन के धमाके की गूंज अभी तक जारी ही है। इसे मुख्यमंत्री को उनके ही गढ़ में घेरने की तैयारी कहा जा रहा है।
अखिलेश के खास प्लान में पूर्वांचल के राजनीतिक रूप से परिपक्व और ब्राह्मण शिरोमणि सरीखा सम्मान प्राप्त एक प्रमुख परिवार को अपने पाले में लाने की रणनीति है। एक बार यह उसमें सफल होने के करीब पहुंच भी चुके थे। लेकिन उस कदम को समय से पूर्व मानते हुए स्थगित कर दिया गया था। मगर अब इस प्लान को अमल में लाने का समय पूरा हो चुका है और दिसम्बर महीने के प्रथम सप्ताह में यह विस्फोट किया भी जा सकता है।
लखनऊ स्थिति सपा के सूत्रों के अनुसार गोरखपुर के उक्त प्रभावशाली ब्रह्मण परिवार ने अब सपा में जाने के लिए पूरी तौर से मन बना लिया है। उसके अलावा उस परिवार ने देवरिया, कुशीनगर व गोरखपुर के विभिन्न दलों में बैठे कई ब्रह्मण नेताओं को अपने पाले में लाने के लिए राजी कर लिया है। सूत्र यह भी बताते हैं कि उक्त परिवार के अलावा स्वयं अखिलेश यादव भी चाहते हैं कि मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद होने के नाते जब भी इसकी घोषणा हो तो इतना प्रभावी हो कि भाजपा खेमे में हलचल पैदा हो जाए।
हालांकि लोग मासांत तक इस धमाके का अंदाजा लगा रहे हैं। कुछ का यह मानना है कि इस धमाके को पन्द्रह दिसत्बर तक किया जा सकता है परन्तु स्वय उस परिवार से सम्पर्क में रहने वाले सूत्रों के अनुसार चुनावी आचार संहित लगने से ठीक पूर्व उस परवार के कई सक्रिय राजनीतिज्ञों समेंत गोरखपुर से सटे जिलों के भी आधा दर्जन लोगों को सपा में शामिल करा कर ब्राह्मण समाज मे बड़ा मैसेज दिया जाएगा। वर्तमान में यूपी के ब्राह्मणों में भाजपा के प्रति नाराजगी स्पष्ट देखी जा सकती है। ऐसे में यदि यह राजनीतिक घटना गोरखपुर में घटती है तो भाजपा इसका डैमेज कंट्रोल कैसे करेगी, यह देखने वाली बात होगी।
सपा सूत्रों का दावा है कि इस चुनाव में मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में भाजपा को घेर कर असहाय करने की योजना है। गोरखपुर में यदि कोई राजनैतिक घटना होगी तो यकीनन इसका मैसेज दूर तक जाएगा और उसके दुष्परिणाम भाजपा को ही भुगतना पडेंगा। फिलहाल सपाई इस रणनीति को प्रभावशाली बनाने में लगे हुए है, मगर असलियत तो तभी मालूम हो पायेगी, जब सभी नेताओं की ज्वाइनिंग होगी।