अस्थायी गौशाला निर्माण को लेकर विवाद गहराया, जमीन सीमांकन को लेकर हो रहा विरोध
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर । नेशनल हाईवे न0 730 पर पिछले लगभग एक वर्ष से गायों का कब्जा से हो गया है कहीं भी भगाएं गाय लौटकर रोड पर ही नजर आती है। लगभग आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर झुंड के झंड में यह गयें नगर पंचायत शोहरतगढ़ सीमा में ही दिखती हैं। जिससे यातायात संचालन में भारी असुविधा का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए नगर पंचायत ने नीबी दोहनी में अस्थाई गौशाला को लेकर जमीन की तलाश ली है, जिसकी पैमाइश रविवार को तहसील प्रशासन ने की इस दौरान सीमांकन को लेकर ग्रामीणों ने भारी विरोध दर्ज कराया ।
इस संबंध में प्रधान प्रतिनिधि व रूलिंग पार्टी के नेता अभय प्रताप सिंह ने तहसील प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उनके ग्राम व अधिकार क्षेत्र में अस्थायी गौशाला का निर्माण नगर पंचायत को करने का अधिकार नहीं है, यह अवैध है। अस्थायी गौशाला के जमीन सीमांकन के मामले में ग्रामीणों द्वारा विरोध किये जाने को लेकर एस डी एम शोहरतगढ़ अनिल कुमार से संवाददाता ने तहसील प्रशासन का पक्ष जानने की कोशिश की।
इस बारे में तहसीलदार अनिल कुमार का कहना था कि लगभग एक वर्ष पहले ही नगर पंचायत शोहरतगढ़ का सीमा विस्तार हो चुका है, जिसमें नीबी दोहनी गांव भी शामिल है। ग्राम प्रधान का अब कोई हस्तक्षेप नहीं रह गया है। उनके सारे अधिकार अब नगर पंचायत शोहरतगढ़ को हैं। जिस जमीन की पैमाइश की गई है वह पशुचर की भूमि है। उसका गाटा संख्या 231 है और उसका रक्बा बीघा है।
दूसरी तरफ ग्राम प्रधान दप्रतिनिधि अभय सिंह का कहना है कि प्रशासन गलत बशनी कर रहा है। वह पशुचर नहीं बल्कि खलिहान की जमीन है। नियम के मुताबिक खलिहान की जमीन पर कोई निर्माण नहीं किया जा सकता है। प्रशासन गांव के गरीबों का विरोध कर रहा है। बहरहाल जमीन का सीमांकन कर दिया गया है परन्तु अळाय सिह का कहना है कि इस जनविरोधी कृत्य का विरोध करते रहेंगे।
जमीन सीमांकन के दौरान नायब तहसील अवधेश कुमार राय, राजस्व निरीक्षक मिठाई लाल प्रजापति, लेखपाल रामकुमार तिवारी, एस आई रमाशंकर मिश्रा, लिपिक जगदम्बा प्रसाद तिवारी, नगर पंचायत के छोटू निगम, मलखान वरुण, गाँव के डॉ राम चंद्र चौधरी, अम्बर साहनी, प्रभुराम ओझा, राजेश कुमार गुप्ता सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।