नगर पंचायत में शामिल गांव के लोगों का नाम ग्राम पंचायत मड़वा में शामिल होने से चुनावी समीकरण बदलने के आसार
हमारे ग्राम पंचायत में नगर पंचायत के लोगों का नाम आने से चुनाव नतीजे प्रभावित होंगे – पराग राम यादव ( प्रधान प्रत्याशी )
मेरा काम सर्वे करके रिपोर्ट देने का था, जो मैंने भेज दिया है। नाम काटा गया या नहीं यह मेरे अधिकार में नहीं – बीएलओ
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर पिछले वर्ष से ही विभागीय काम सुरु हो चुका था जनवरी 2021 से ही समस्त बीएलओ की ड्यूटी लगाकर ग्राम पंचायतों में मतदाताओं के घटने बढ़ने का आंकड़ा जुटाया जा रहा था जिससे मतदान को सुचारू एवं पारदर्शी तरीके से चुनाव सम्पन कराया जा सके।
जिसके लिए कई बार बी एल ओ डयूटी और समीक्षा बैठकों में मिलान किया गया बीएलओ से भी कहा गया कि प्रकाशित वोटर लिस्ट से मिलान करते रहें। बावजूद इसके अब तक के तहसील प्रशासन के सारे प्रयास विफल हो गए और चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाने के बावजूद भी दर्जन भर गांव में स्थित जस की तस है ।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर पर्चा बिक्री, जमा, नाम वापसी और मतदान तिथियों की घोषणा हो जाने के बाद एक बड़ा मामला सामने आ गया। नगर पंचायत शोहरतगढ़ का सीमा विस्तार हुए लगभग एक वर्ष बीत चुके हैं जिसमें कुल 7 गांवों को जोड़कर नगरपालिका का रूप दिया गया है। ऐसे में सीमा विस्तार के अंतर्गत ग्राम मेढवा के सैकड़ों लोगों का नाम नवसृजित ग्राम पंचायत मड़वा की वोटर लिस्ट में बढ़ा हुआ पाया गया।
इस बारे में प्रधान पद के प्रत्याशी पराग राम यादव ने बताया कि मेढ़वा गांव के लोगों का नाम हमारे ग्राम पंचायत मड़वा में जुड़ जाने से चुनाव के नतीजों पर असर पड़ेगा। उनका नाम मतदाता सूची में आने के बाद उन्हें मतदान करने से कोई रोक नहीं पायेगा जबकि नियमतः वो नगर पंचायत शोहरतगढ़ के अधिकार क्षेत्र में चले गए हैं।
बताते चलें कि जनवरी से चल रहे मतदाता पुनिरिक्षण कार्यक्रम चल रहा है समीक्षा बैठकों का भी दौर बीत गया लेकिन नाम नहीं हट पाया। इसे लेकर ग्रामवासियों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने इस समस के निस्तरण की मांग की है। जबकि उपजिला अधिकारी ने संवाददाता द्धारा पूछने पर कहा कि आप द्धारा बत करने पर मामला संज्ञान में आ गया है, वह मामले को देखंगे।