इटवा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पकड़ी पठान में भ्रष्टाचार, मुख्यमंत्री से जांच की मांग
अजीत सिंह
इटवा, सिद्धार्थनगर। ग्राम पकड़ी पठन में पिकास ठप पड़ा है। गांव की नाली निर्माण कार्य और मनरेगा योजना के तहत फर्जी जॉब कार्ड बनाकर फर्जी भुगतान किये जाने का आरोप चारों तरफ ये लग रहा है। महामारी से बचाव के लिए मास्क साबुन के वितरण के लिए सरकारी निधि से जो पैसे निकाले गये हैं, उसकी भी जांच की जरूरत महसूस की जा रही है।
बताया जाता है कि विकास खंड इटवा कूे ग्राम पकड़ी पान में विकास के लिए मिले धन की जम कर बंदरबांट किया जा रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर मौजूद जनप्रतिनिधि और कर्मचारी की मिलीभगत से सरकारी निधि के पैसे का सिर्फ गबन किया जा रहा हैं। गांव की जनता जब इन लोगों से कुछ पूंछती है तो ये लोग कहते हैं हमें कुछ नहीं पता। जो करना है कर लो। जिम्मेदार ये कहते है जो भी इस पद पर रहेगा कमीशन लेगा, उनके द्धारा ऐसे शब्द का प्रयोग अति निन्दनीय है।
आरोप है कि विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को गांव वासियों में आक्रोश है। गांव में पीडब्ल्यूडी द्धारा रोड का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से निकल रहीं वर्षों पुरानी ईटों को ही नई निर्माणाधीन सड़कों में प्रयोग की जा रही हैं। इस बारे में जनप्रतिनिधि से पूंछा गया तो उन्होने कहा मेरे पास बजट ही नही हैं। 5 साल होने वाले हैं सवाल है कि आखिर कबतक इन लोगों का यही खेल चलता रहेगा? ग्रामीणों ने मामले की मुख्यमंत्री से जांच कराने की मांग की है।