कटान निरोध कार्य में धांधली का आरोप, ग्रामीणों ने जबरन काम रुकवाया
अजीत सिंह
सिद्धार्थ नगर। बांसी तहसील के पिपरहिया गांव राप्ती नदी से सटे होने के कारण बाढ़ और कटान से सबसे ज्यादा प्रभावित रहता है। लेकिन वहां निरोधक कार्य में लूट हो रही है, जिसका विरोध करते हुए ग्रमीणों ने कटान निरोधक काम को जबरन रुकवा दिया। बाढ़ और कटान निरोधक कामों के लिए सरकारी बजट के खर्च की कभी मानीटरिंग नहीं होती, लिहाजा सरकारी लूट और जनता की परेशानी दोनों कायतम रहती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मामले की जांच की मांग की है।
बताया जाता है कि तीन दिन पूर्व आए प्रशासन के कर्मचारियों द्वारा आगामी बाढ़, और कटान रोकने के लिए मिट्टी को बोरे में भर बांध पर वहां बिछाने का कार्य किया जा रहा था, जिसको ग्रामीणों द्वारा रोका गया और उन्हें वहां से वापस भेज दिया गया। उनके गांव को बाढ़ से बचाने के लिए प्रशासन तनिक भर भी मुस्तेद नहीं है। रामनिवास निषाद पिपरहिया निवासी कहते हैं कि पिछली बार प्रशासन द्वारा बाँध पर ईंटो को लगाकर बाढ़ को रोकने का प्रयास हुआ था, लेकिन वह असफल रहा तो यह मिट्टी के भरे बोरों से क्या हमारी सुरक्षा होगी। जो नदी के पानी से गल जाती है।
उन्होंने कहा कि हमारे गांव से सटे पड़ोसी गांव में प्रशासन द्वारा बाढ़ रोकने के लिए बांध पर बड़े पत्थरों का प्रयोग हुआ है जो कि बाढ़ को रोकने में काफी कारगर रहा है हम ग्रामीणों की मांग है हमारे यहाँ भी इन्ही पत्थरो को बाढ़ को रोकने के लिए लगाया जाये ताकि हम भविष्य में आने वाली प्रकृति आपदा से सुरक्षित रहें।