होलसेल व्यवसायी का रहस्यमय तरीके से कत्ल, कहीं अवैध सम्बंध तो कारण नहीं
वारदात से पहले व्यापारी के आवास पर गये तीन व्यक्तियों से लग सकता है सुराग, पुलिस उनकी सुराग में लगी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सदर थाना क्षेत्र के काशीराम आवास में सोमवार सुबह एक हार्डवेयर कारोबारी की उसके बेड पर खून से लथपथ लाश मिली। हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। 50 साल के मृतक का नाम बसंत है। वह बिहार के समस्तीपुर का बताया जा रहा है। वह पिछले दो दशक से यहीं रह कर होलसेल कारोबार कर रहा था। मामले की जानकारी मिलने के बाद सीओ सदर ने भी मौके पर पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी ली।
बताया गया है कि बिहार के समस्तीपुर जिला निवासी मनोज पुत्र बसंत जिला मुख्यालय स्थित काशीराम आवास में रहता था। बताते हैं कि 25 साल पहले वह काम के सिलसिले में बिहार से यहां आया था और यही रहने लगा था। काम धंघे से पूंजी बढ़ी तो वह हार्डवेयर का कारोबार करने लगा। सोमवार सुबह सामान लेने पहुंचा एक व्यक्ति कमरे पर गया तो बेड पर उसका शव पड़ा हुआ था। जो खून से लथपथ था। यह देख सन्न रह गया। इसके बाद उसने मामले की जानकारी मृतक के माल ढोने वाले चालक को दी जो रोज उसका सामान आर्डर मिलने के बाद लोगों तक पहुंचाता था। वह मौके पर पहुंचा तो उसके भी होश उड़ गए। इसके बाद उसने मामले की जानकारी डायल-112 के माध्यम से पुलिस को दी।
बेरहमी से की गई हत्या
कमरे के अंदर जायजा लेने से लगता था कि हत्यारे या हत्यारों ने मनोज की हत्या काफी बेरहमी से किया था। उसके चेहरे पर दो स्थान पर तेज धार वाले किसी हथियार से हुए जख्म के निशान थे। जिस पर जमा खून काला पड़ गया था। चेहरे के साथ सिर का एक हिस्सा दबा हुआ था। जिससे लगता है कि किसी वजनदार वस्तु से सर दबाने के बाद वार किया गया हो। घटना स्थल की स्थिति और हालात पर गौर करें तो पता चलता है कि कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। कमरे में कहीं किसी तोडफ़ोड़ के सबूत नहीं मिले हैं। शव के पास ही पके हुए चावल, मीट की गरेबी और शराब की बोतल भी रखी हुई थी। जैसे कि कई लोगों ने साथ खाना खाया हो, उसके बाद हत्या की वारदात हुई हो।
क्या हो सकती है कत्ल की वजह
सूत्र बताते हैं घटना से पूर्व मनोज के आवास पर तीन लोग जाते देखे गये थे। वे कौन लोग थे, किस काम से गये थे, यह गहन तफ्तीश के बाद ही पता चलेगा। अनुमान किया जाता है कि हो सकता है कि यह कत्ल कारोबारी प्रतिद्धंदिता अथवा कारोबारी लेनदेन के विवाद में हुआ हो, परन्तु जिला मुख्यालय पर आम तौर से व्यापार में इतने जघन्य कांड की कोई मिसाल नही मिलती। इसलिए अगर ऐसा हुआ तो यह आश्चर्यजनक ही होगा। इसके बाद केवल अवैध सम्बंध ही एक मात्र कारण बनता है। 50 साल का होने के बावजूद भी मनोज ने शादी नहीं की थी। इसके अलावा कांसीराम आवास में प्रेम और अवैध सम्बंधों के किस्से अक्सर सुनने को मिल जाते हैं। वहा इस तरह क अवैध सम्बंधों की पूरी गुंजाइश एवं वातावरण है। मुमकिन है कि किसी महिला से उसके सम्बंध रहे जिसके फलस्वरूप यह घटना अंजाम दी गई हो।
समाचार लिखे जाने तक एसओ सदर छत्रपाल सिंह, एसओजी प्रभारी जीवन त्रिपाठी, सर्विलांस सेल प्रभारी दिलीप कुमार द्विवेदी और पुलिस टीम मौके पर पहुंच कर प्राथमिक जांच कर चुके थे। इसके बाद फॉरेंसिक टीम की पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस बारे में सीओ सदर राणा महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर गए थे। शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। कई टीमें लगी हुई हैं। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।