एचआईवी रोगियों के साथ भेदभाव गलत- डा. मोहसिन

November 29, 2015 5:23 PM0 commentsViews: 269
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संजीव श्रीवास्तव

एचआइवी वर्कशाप का शुभारंभ करते डा मोहसिन सिदृदीकी

एचआइवी वर्कशाप का शुभारंभ करते डा मोहसिन सिदृदीकी

उत्तर प्रदेश राज्य एडस नियंत्रण सोसाइटी द्वारा सिद्धार्थनगर में दो दिवसीय क्षमता वृद्धि कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उदघाटन एआरटी सेंटर के मेडिकल आफिसर डा. मोहसिन सिद्धीकी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एचआईवी रोगियों के साथ भेदभाव गलत है।

उन्होंने कहा कि एडस एक जानलेवा रोग जरुर है, मगर यह रोग पीड़ित को छूने या उसके साथ रहने से नहीं होता है, बल्कि इससे बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी है। समाज एडस को लेकर तमाम भ्रान्तियां फैली है, मगर वह निर्मूल है। उन्होंने कहा कि एडस पीड़ित को भी समाज में जीने का उतना ही अधिकार है, जितना कि एक समान्य आदमी को। एडस पीड़ित से उनका अधिकार नहीं छीना जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एडस पीड़ितों के साथ प्यार से पेश आने की जरुरत है। जिससे उन्हें सकारात्मक जीवन जीने में मदद मिल सके। इस कार्यशाला का आयोजन सिद्धार्थनगर में यूपीएनपी प्लस के सहयोग से चन्द्रकांता ग्रामोद्योग सेवा संस्थान द्वारा किया गया।

इसका थीम एचआईवी व एडस के साथ जी रहे मरीजों के साथ शून्य भेदभाव के साथ सकारात्मक जीवन रहा। इस अवसर पर एआरटी सेंटर के एलटी संजीत गुप्ता, अरुण तिवारी, टीआई परियोजना कौशलेश मिश्रा, अजय मिश्र, पाजिटिव नेटवर्क के चैतन्य विश्वास, ब्रदी यादव आदि की उपस्थिति रही।

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