पूर्वांचल में जिओ का सिर्मकार्ड बदलने की होड़, किसानों ने रिलायंस को नचाया तिगनी का नाच
बस्ती, महाराजगंज, बलरामपुर, गोंडा, गोरख्पुर आदि जिलों में बदले जा रहे जिओ सिम, एयरटेल और बोडाफोन की चांदी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बड़े बड़े पूंजीपतियों व सत्ता केन्द्रों के छकके छुड़ाने वाली अम्बानी की जिओ कम्पनी को धरती पुत्रों ने तिगनी का नाच नाच नचा दिया है।दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के अपील के बाद बाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई के जिलों में जियो कम्पनी के सिम पोर्ट करा कर दूसरी कम्पनियों में बदलने की होड़ लग गई है। इससे यहां मुकेश अम्बानी की कम्पनी को काफी झटका लगा है। अब यहां जिओ सिम पोर्ट कराने के काउंटर भी लग गये हैं।
गौर तलब है कि किसानों के बहिष्कार की अपील अब नेपाल सीमा तक पहुंच चुकी है।सिद्धार्थनगर के अलावा महाराजगंज, बस्ती, संत कबीरनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच आदि जिलों से मिली खबरों के मुताबिककिसान परिवारों से सम्बंध रखने वाले छात्र, जवान, किसान आदि बड़ी तेजी से अपना जिओ सिमकार्ड एयरटेल, व वोडाफोन में परिवर्तित करा रहे हैं। अनुमान है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में अब तक हजारों हजार सिमकार्ड पोर्ट कराये जा चुके हैं। एक किसान नेता के अनुसार यूपी में अब तक लाख से अधिक सिमकार्ड पोर्ट हो चुके हैं। और इसके निरंतर बढ़ने की संभावना है।
ऐसे ही अपना सिम पोर्ट कराने के लिए सिद्धार्थनगर कि रिटायर्ड कृषि धिकारी सुरेन्द्र नारायण ने बताया कि जियों कम्पनी पूजीपति मुकेश अंबानी की कम्पनी है जो वर्तमान में सरकार से सांठगांठ कर किसानों के विरूद्ध कानून बनवा कर अपना धंघा और चमकाने के चक्कर में है। इसलिए किसानों से जुड़े हर हर आदमी को इस पूंजीपति के इस धंधे का बायकाट करना ही चाहिए। इसी प्रकार छात्र उदय कुमार ने बताया कि वह भी इसी सोच के तहत अपने पिता का जिओ सिम पोर्ट कराने आया हुआ है।
हमारे महाराजगंज, बलरामपुर जिले के रिपोर्टरों के मुताबिक वहां भी जिओ सिम को दूसरी कम्पनियों में पोर्ट कराने की सक्रियता देखी जा रही है। लोग अपने जियो सिम पोर्ट करा कर एयरटेल व वोडाफोन में चेंज करा रहे हैं। आधा दर्जन जिलों में ही यह संख्या हजारों में हो चुकी है और इस संख्या में लगातार इजाफा हो होता जा रहा है। ऐसे में यह समझा जा सकता है कि जब 6 जिले का हाल यह है तो पूरे देश में जियो सिम की हालत क्या होगी, यही कारण है कि अब जिओ कम्पनी के मालिक मुकेश अंबानी को तिगनी का नाच नाचना पड़ रहा है।