पीएम ओली का भगवान राम संबंधी बयान का अर्थ किसी की भावना भड़काना नहीं- नेपाल
परमात्मा प्रसाद उपाध्याय
कठमांडू, नेपाल। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा सोमवार को दिया गया मर्यादा पुरूषोत्तम राम सबंधी बयान राजनीतिक मुद्दों से संबंधित नहीं था। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री का बयान राजनीतिक मुद्दों से संबंधित नहीं था और न ही इसका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना था।
बता दें कि भानु जयंती के अवसर पर, प्रधान मंत्री ओली ने सोमवार को बालूवाटार में आयोजित एक कार्यक्रम में दावा किया था कि राम नेपाल के थे और उनका जन्मस्थान अयोध्या नेपाल में था। इस बयान को लेकर नेपाल और भारत में प्रधानमंत्री ओली की आलोचना की जा रही है।
विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, “भगवान राम की जन्मस्थली के बारे में कई मिथक हैं।”विदेश मंत्रालय के अनुसार, राम ने जिस बड़े सांस्कृतिक परिदृश्य और समृद्ध सभ्यता में भाग लिया है, उसमें आगे के अध्ययन और शोध की आवश्यकता पर भी प्रधानमंत्री ने जोर दिया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री की टिप्पणी का उद्देश्य भारत के अयोध्या चरित्र और सांस्कृतिक महत्व का अवमूल्यन करना नहीं था।”
सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार, भारत में अयोध्या से हर साल विवाह पंचमी के दिन नेपाल के जनकपुर में शादियों का आयोजन किया जाता है। हर साल विवाह पंचमी के दिन अयोध्या, भारत से जनकपुर, नेपाल, सीता की जन्मस्थली आने की परंपरा प्रधानमंत्री ओली और भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2018 में जनकपुर-अयोध्या यात्री बस सेवा का उद्घाटन किया। उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल नेपाल और भारत के लोगों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को महत्व देता है।