व्यापारियों को धमका कर वसूली कर रहे फर्जी इन्कमटैक्स अफसर को पुलिस ने दबोचा
पकड़ा गया युवक का नाम हीरालाल यादव थाना पचपेड़वा जनपद बलरामपुर का निवासी, तहरीर के अभाव में अभी मुकदमा दर्ज नहीं
एम. आरिफ
इटवा, सिद्धार्थनगर। इटवा तहसील के नगर पंचायत बिस्कोहर में हार्डवेयर व किराना व्यापारी से वसूली करने गए फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी को व्यापारियों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। व्यापारियों का आरोप है कि युवक खुद को इनकम टैक्स अधिकारी होने का धौंस देकर पैसा वसूलने की कोशिश कर रहा था। घटना मंगलवार देर शाम की है। बता देंकि आजकलजिले में इन्कमटैक्सविभाग के छापे से दहशत है। समझा जाता है कि पक़ड़ा गया युवक इसी का फयदा उठा रहा था
बताते हैं कि कस्बे के पश्चिम मोहल्ले में साधु साहू व दद्दन सिंह की हार्डवेयर व कैलाश गुप्ता की फुटकर किराना की दुकान है। मंगलवार अपरान्ह एक युवक हार्डवेयर की दुकान पर पहुंचा और खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताया। धौंस देकर दुकान में बैठे धर्मेंद्र साहू से पांच हजार रुपये की वसूली कर ली। उसके बाद वह फुटकर किराना की दुकान पर पहुंचा और दुकान पर बैठे कैलाश गुप्ता को डरा धमका कर चार हजार रुपये वसूल लिया। कैलाश गुप्ता ने यह बात बड़े भाई राम बेलास गुप्ता को बताई।
शक होने पर राम बेलाश गुप्ता ने इसकी सूचना अन्य व्यापारियों को दे दी, जिसके बाद बाजार में दहशत फैल गई और दुकानें धड़ाधड़ बंद होने लगीं। सूचना पाकर व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रभात जायसवाल व अन्य व्यापारी पहुंच गए और युवक को पकड़ कर बैठा लिया। लोगों ने युवक से इनकम टैक्स अधिकारी होने का कोई सबूत दिखाने को कहा। सबूत न दिखा पाने पर व्यापारियों ने लगभ्ग ४ बजे सूचना बिस्कोहर पुलिस को दे दी। पुलिस मौके पर पहुंच गई और युवक को थाने ले आई।
पुलिस की पूछताछ में उसने अपना नाम हीरालाल यादव पुत्र अशर्फी निवासी ग्राम आदमतारा, थाना पचपेड़वा जनपद बलरामपुर बताया। एसओ त्रिलोकपुर सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी तक किसी भी व्यापारी की ओर से लिखित तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
विभाग का नहीं है वसूली करने वाला युवक
राज्य कर के डिप्टी कमिश्नर सिद्धार्थ सौरभ का कहना है कि बिस्कोहर में पकड़े गए युवक से संबंधित वीडियो देखा है। वह विभाग का अधिकारी अथवा कर्मचारी नहीं है। विभाग की तरफ से कोई अधिकारी संबंधित कस्बे में भ्रमण पर नहीं था। मामले में व्यापारियों और पुलिस विभाग की तरफ से कार्रवाई होनी है, राज्य कर विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होगी।