अतिक्रमण के चपेट में इटवा, जाम लगा रहता है और पुलिस छुटभैयों से गप में बिजी रहती है
हमीद खान
इटवा, सिद्धार्थनगर। तहसील मुख्यालय इटवा में जाम की समस्या लाइलाज हो गई है। मुकामी प्रशासन से लेकर पुलिस विभाग इस समस्या को देख कर भी आंखें मंूदे हुए है।
स्थानीय कस्बे में सुबह से चहल पहल शुरू हो जाती है। दोपहर बाद बाजार से हर गुजरने वाला व्यक्ति अनायास दिन में कई बार जाम जैसी समस्या में फँस जाता हैै। जिम्मेदार अधिकारी तो अपने वाहनों के सायरनन, हूंटर आदि बजाकर निकल जाते हैं।
कई बार इस जाम में जिम्मेदार अधिकारियों की गाड़ी भी फंस चुकी है। बावजूद इसके पुलिस कर्मी चौराहे पर बैठकर मटरगश्ती में मशगूल दिखते हैं। ज्यादातर पुलिस कर्मी बेंच पर बैठकर छुट भैया नेताओं के साथ गप्पे लड़ाते जरुर मिलेंगे।
मुख्य चौराहे से बढनी-डुमरियागंज, बांसी-बिस्कोहर जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण तो हो गया। लेकिन कस्बे की पटरियां इन दिनों पूरी तरह दुकानदारों की गिरफ्त में हैं। साथ ही कुछ व्यावसाईयों ने मार्ग पर अतिक्रमण करके इसे अवरुद्ध कर रखा है।
दुकान पर आने वाले ग्राहक अपने वाहनों को जहाँ जगह पाते हैं आड़ा -तिरछा खडा कर देते हैं। जिसके कारण अनायास जाम लग जाता है। पैदल चलने वाले व्यक्ति इस जाम में फंस कर कई बार चोटिल हो चुके हैं।
किसी दुर्घटना में चोटिल या गम्भीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति जब दवा के लिए अस्पताल जाते समय जाम में फंसता है तब उसे भारी कष्ट का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के गुरमिलन, सुमित कुमार अब्दुल रहमान आदि ने पुलिस अधीक्षक व स्थानीय प्रशासन से पटरियों से अतिक्रमण से अवमुकत कराने की मांग की है।