बाढ़ विभीषिका से हाइवे छोड़ खराब हो गईं जिले की सभी सड़कें, अरबों का नुकसान
— करोड़ों की लागत से बनी तुलसियापुर कठेला और पकड़ी उदयपुर मार्ग पर हफ्तों चढ़ा रहा पानी।
अजीत सिंह
बेलौहा क्षेत्र का मरवटिया सेमरा मार्ग
सिद्धार्थनगर। जनपद की सड़कों का हाल पहले से बदतर तो थीं हीं इधर पिछले पन्द्रह दिनों से आई भयंकर बाढ़ के चलते लगभग 75 परसेंट सड़कें बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुकी हैं। इस समय मेन हाइवे जो लखनऊ जाती है को छोड़कर लगभग सभी सड़के खराबी की आसमान पर हैं। अनुमान है कि बाढ़ ने जिले की अरबों रूपये की सड़कों की दसा खराब की है। सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति तेतरी सोहास लोटन और उस्का सोहास मोहाना की है।
जानकारी के मुताबिक जिले की पुरानी सड़कें तो जर्जर थीं हीं मगर भयंकर बाढ़ ने लगभग बीस करोड़ की लागत से बनी नई सडक तुलसियापुर कठेला मार्ग पर हफतों तक एक से दो फिट पानी बह रहा था। जिससे पूरी सड़क में पैच बन रहा है। यही हाल लगभग पन्द्रह करोड़ की लागत से बनी सड़क पकड़ी उदयपुर का भी है। पूरे मार्ग में पैच बन गया है। क्षेत्रीय ग्रामीणों को सफर करने में कठिनाई हो रही है।
बताया जाता है कि महाराजगंज जिले को जोड़ने वाली बीस किलोमीटर की तेतरी सोहास रोड की हालत पहले से ही बेहद खराब थी। इस सड़क के चैड़ीकरण व उच्चीकरण को लेकर सदर विधायक श्यामधनी राही ने जीतोड़ कोशिश कर रखी है मगर तकनीकी कारणों से शासन द्वारा स्वीकृति नहीं मिल पाई मगर जल्द ही होने के आसार हैं। बहरहाल यह मार्ग अब पूर्ण रूप से ध्वस्त होने जैसी हालात बयां कर रहा है। इसी तरह उस्का सोहास मोहाना मार्ग 21 किलोमीटर भी राह चलने के लायक नहीं रह गयी है।
देखा गया है जिले की धेंसा मार्ग, कोड़रा मार्ग, महदेवा पटनी जंगल, उस्का धर्मसिंहवा, परसौना बड़हरा मार्ग, बेलौहा मरवटिया मार्ग, बेलौहा मार्ग, लोटन ठोठरी भर्मी मार्ग, डुमरियागंज होरिल्लापुर, नेतवर मार्ग, केसारी मार्ग, शोहरतगढ़ नेपाल सीमा, सैनुवा मार्ग, भेलौजी मार्ग, रसियावल आदि सैकड़ों सड़कों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। एक अनुमान के मुताबिक इस साल आई भयंकर बाढ़ ने जिले की अरबों रूपयों की सड़कों को बार्बाद करने में जरा सी भी कोताही नहीं की है।