झकहिया एक्सीडेंट कांडः कल्लू चाचा की मौत को पुलिस ने कहा साजिश, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, विपक्ष ने कहा सियासी बदला
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। ढेबरुआ थाने के ग्राम झकहिया में ट्रक एक्सीडेंट में मारे गये फैजुल्लाह उर्फ कल्लू चाचा की मौत ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए, उसी गांव के मशहूर आलम को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरे पक्ष ने पूरे मामले को राजनीति प्रेरित बताते हुए इसे सत्ता पक्ष के इशारे पर किया गया उत्पीड़न बताया है।
झकहिया के ही रहने वाले मशहूर आलम को पुलिस ने सोमवार चार बजे मुख्यालय पर मीडिया के समक्ष पेश किया। मशहूर आलम के मुताबिक उसका कल्लू से जमीनी विवाद चल रहा था। इसलिए उसने हत्या की साजिश बनाई।
मशहूर ने बताया कि उसने कल्लू की सुबह घूमने की आदत का लाभ उठाया और तुलसीपुर निवासी ट्रक चालक सज्जाद को डेढ़ लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी। जिसमें 50 हजार एडवांस दे दिए गये। 21 नवम्बर को मार्निग वाक के दौरान सज्जाद ने उन्हें ट्रक चढा कर मार दिया।
पुलिस के मुताबिक इसमें गांव के एक राजनीतिज्ञ के पुत्र का नाम भी शामिल है। मीडिया के सवाल पर गिरफ्तार सज्जाद ने बताया कि उक्त राजनीतिक का पुत्र हत्या की साजिश में शामिल नहीं था। उसने केवल घटना के बाद की जानकारी उसे दे दी थी।
मशहूर के बयान पर उस व्यक्ति को और ट्रक चालक सज्जाद को सह अभियुक्त बन कर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। ढेबरुआ पुलिस दोनो की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई है।
दूसरी तरफ गिरफ्तार मशहूर आलम व दूसरे अभियुक्त के परिजनों ने इस घटना को राजनीतिक षडयंत्र बताया है। उनका कहना है कि पुलिस ने एक सियासतदान के दबाव में यह व्यहू रचना की है। उनका कहना है कि मशहूर आलम को पांच दिन से थाने में रख कर पिटाई की गई।
मार कुटाई के बाद उसने मजबूरन अनकिश जुर्म स्वीकार ही नहीं किया, बल्कि दूसरे को भी फंसाया। सब कुछ राजनीतिक दबाव में हुआ। लोगों ने इस मामले की सीबीसीआईडी जांच के लिए शासन से मांग की है।