पति की लाश हैदराबाद से आ गई मगर पत्नी मायके से ससुराल नहीं पहुंच सकी
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। 23 साल का छोटू नाम का वह नौजवान अपने डेढ़ वर्षीय बच्चे का भविष्य बनाने के लिए आठ वर्ष पूर्व घर से तेलंगाना प्रदेश गया। वह 22 अगस्त को तेलंगाना से घर के लिए निकला था। मगर 25 अगस्त को आगरा पहुंचने पर रेल के डिब्बे में उसकी लाश मिली। 26 की शाम तक परिजन उसकी लाश लेकर अपने पैतृक गांव असनहरा थाना त्रिलोकपुर पहुंचे। इस मौके पर गांव जवार के सैकड़ो लोग मौके पर पहुंचे। मगर नहीं आई तो उसकी 20 साल की पत्नी मनीषा जो मायके में थी। उसके इस निष्ठुर रवैये के पीछे अवैध प्रेम प्रसंग का आरोप लगाते हुए मृतक छोटू के पिता ने इसे सुनियोजित हत्या का मामला करार दिया है।
क्षेत्र के असनहरा माफी गांव निवासी छोटू (23) जनवरी को तेलंगाना के हैदराबाद गया था। वहां वह मेहनत मजदूरी करता था। वहां से 22 अगस्त रविवार को घर के लिए निकला था। बुधवार 24 अगस्त को आगरा रेलवे पुलिस ने मृतक के आधार कार्ड के आधार पर त्रिलोकपुर पुलिस को सूचना दी। त्रिलोकपुर पुलिस ने मृतक के पिता जैशराम को सूचना दी। उसके बाद जैशराम ने छोटू की मृत्यु की सूचना दिल्ली में रह रहे अपने दूसरे नंबर के बेटे शिवकुमार को दी। वहां से परिजन आगरा पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद सभी वहां से लाश लेकर घर लेकर पहुंचे तो पूरा गांव गमगीन हो गया। छोटू अपने पीछे माता फीका देवी, पिता जैशराम तथा पत्नी मनीषा तथा डेढ़ वर्षीय मासूम बेटे प्रीतम को छोड़ गया।
छोटू के वृद्ध पिता जैशराम ने बताया कि छोटू की शादी ढेबरूआ थाना क्षेत्र के खैरी उर्फ झंगुआ गांव निवासी अवसराम की बेटी मनीषा के साथ हुई थी। उसका प्रेम प्रसंग बलरामपुर जिले के उतरौला कोतवाली क्षेत्र के परानपुर गांव निवासी एक युवक से चल रहा था। इसको लेकर बहू मनीषा व बेटे छोटू के बीच आए दिन फोन पर तू-तू मैं-मैं होती थी। बेटे को जान से मरवा देने की धमकी देती रहती थी। उसी ने हमारे बेटे की हत्या कराई है। क्योंकि पति की मृत्यु की सूचना दो दिन पहले मिलने के बाद अभी तक मायके से घर असनहरा माफी नहीं आई। इस प्रकरण में सारी बातों से पलिस को अवगत करादिया गया है। वह मामले को अपने स्तरसे छानबीन कर रही है। अभी तक प्राथमिकी दर्ज किये जाने की कोई खबर नहीं है।