कोरोना का कहरः मध्य प्रदेश में 6 प्रवासी मजदूरों की मौत पर मदद के दावे हवा-हवाई, कर्ज लेकर इलाज करा रहे घायल

June 21, 2020 12:48 PM0 commentsViews: 225
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पीपुल्स एलाइंस मृतक के परिजनों को और घायलों के इलाज के लिए आर्थिक मदद करेगा – शाहरुख अहमद

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। मध्यप्रदेश के सागर जिला में 16 मई को  हुई दुर्घटना में सिद्धार्थनगर के 6 प्रवासी मजदूरों की मौत पर योगी सरकार और विपक्ष के अखिलेश यादव की तरफ से मदद के अनेक वादे किये गये थे, मगर अब हाल यह है कि उस दुर्घटना में घायल हुए लोगों को अब कर्ज लेकर इलाज कराना पड़ रहा है। ये सभी मजदूर कोरोना के भय से मुम्बई से भाग कर सिद्धार्थनगर यानी अपने वतन लौट हे थे।

आइये देखें इन परिवारों का दर्द

इन लोगों का दर्द जानन के लिए हम आपको मौके पर ले चलते हैं। तहसील डुमरियरगंज के  अरनी गांव के रामशरण यादव (34) और उनकी पत्नी लालवती (30) की  मौत मध्य प्रदेश की दुर्घटना में ही हुई थी और उनके दोनों बच्चे पूजा यादव (11) और कृष्णा यादव (6) घायल हो गए थे।  इसी प्रकार इटवा के तहसील के हथपरा गांव की सहरुन्निशा के पति मंसूर अली (45) और बेटी यासमीन (16) का दुर्घटना मौत हुई थी तथा उनके दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आज भी उनका इलाज चल रहा है। एक लड़का इरफान (20) दुर्घटना के बाद से ही बिस्तर से नहीं उठ सका है, उसका बाँया पैर काम नही कर रहा है। इसी प्रकार लड़की जासिया (17) का कंधा टूट गया था, उसका आज भी इलाज हो रहा है। तीसरा छोटी लड़की शबीना (12) जिसके दोनों पैरों में रॉड पड़ा है। चौथे लड़के इरशाद (20) को कमर में गंभीर चोट आई है। परिजनों ने बताया कि इलाज के लिए कोई सरकारी मदद नहीं मिली है, कर्जा लेकर बच्चों का इलाज करा रहे हैं।


भाव में भटक रहे सलमा, शहनाज के बच्चे

वहीं दुघर्टना में हथपरा गांव के कादिर (33)  की पत्नी सलमा खातून की मौत हो जाती है और बच्चों समेत खुद गंभीर रूप से घायल हुई थीं।  कलेनिया गांव की शहनाज़ अपने बच्चों के साथ उसी ट्रक में थी, दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। उसके बच्चों को बहुत चोट आई थीं। आज भी बच्चे सदमें से नहीं उभर पाएं हैं। शहनाज़ के पति का 6 महीना पहले करंट लगने से मौत हो गई थी। मां बाप विहीन दोनों बच्चे अपने दादी के पास है। बच्चों के माता-पिता दोनों नहीं दुनिया में रहे।बच्चों की दादी ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने मृतक परिवार को 2 लाख के करीब मदद किया है लेकिन अभी तक हमें मदद नहीं पहुंची है बाकियों के खाते में मदद पहुंच गई है।

राम शरण की बूढ़ी मां लाचार है

डुमरियागंज के ग्राम अरनी के मृतक रामशरण यादव के छोटे भाई राम प्रसाद यादव ने बताया अस्पताल में घायल भतीजी और भतीजे के चेहरे खून से सने हुए थे, दुर्घटना का सुनने के बाद हम महाराष्ट्र से अस्पताल पहुंचे, तब-तक बच्चों का इलाज नहीं हुआ था, हमने दोनों बच्चों के चहरे पर लगे खून को पानी से पोछ कर साफ किया इलाज के नाम पर दर्द निवारक दवाएं दी जा रही थी।

दादी का कहना है कोई मदद नहीं कर पा रहा

कलेनिया गांव के मृतक के बच्चों की दादी इसरून्निशा ने बताया कि अभी तक योगी सरकार द्वारा कहा गया मदद नहीं मिला। योगी सरकार ने कहा था कि मृतकों को 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार दिया जाएगा और सभी घायलों को समुचित उपचार कराने के लिए कहा गया था। अभी तक न कोई पैसे की मदद हुई और न ही कोई इलाज के लिए। सहरुन्निशां कहती है कि हमें अपने बच्चों के इलाज के कर्जा लेना पड़ रहा है, पैसे के आभाव में इलाज नहीं करा पा रहे है।

वही रामशरण यादव की माँ भानुमति कहती है कि मेरा बेटा और बहु दोनों का दुर्घटना में मौत हो गई। उनके दो बच्चे पूजा यादव (11) और कृष्णा यादव (6) माता-पिता दोनों से अनाथ हो गए हैं। योगी सरकार ने मदद करने का वादा किया था, अभी तक कोई मदद नहीं किए। समजावादी पार्टी के अखिलेश यादव जी ने भी मृतक के परिजनों को मदद के लिए कहा था लेकिन अभी तक उनके तरफ से भी कोई मदद नहीं किया है।

पीपुल्स एलाइंस के शाहरुख अहमद दुःख प्रकट करते हुए कहते है कि योगी सरकार द्वारा मृतक के परिजनों को मदद करने का वादा हवा-हवाई है।परिजनों का न पैसे की मदद हुई और न ही घायलों का उपचार कराया जा रहा है।बेहद अफसोस की बात है कि परिजन कर्जा लेकर इलाज करा रहें हैं।ऐसे में पीपुल्स एलाइंस संगठन इलाज में आर्थिक मदद करेगा।

वहीं पीपुल्स एलाइंस के अज़ीमुश्शान फ़ारूक़ी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी द्वारा कहा गया मदद अभी तक नहीं पहुंचा।आज एक महीने से ज्यादा हो गया है, परिजन घायलों का इलाज कर्जा लेकर करा रहें लेकिन अभी तक मदद का वादा  हवा-हवाई साबित हो रहा है।

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