आग लगने से किसान की चार बीघा फसल जल कर राख
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। लगातार हो रही अगलगी की घटना से किसान रोने को मजबूर है अगर यह घटना सीमांत किसानों या उससे भी कम जोत वालों के साथ घटती है तो वह किसान बर्बाद हो जाता है । साथ ही साथ कर्जे का भी बोझ बढ़ जाता है। अभी चार दिन पहले दहियाड़ गांव के सिवान में खड़ी फसल में आग लग जाने से कई बीघा फसल बर्बाद हो गयी थी। उसी कड़ी मेंमंगलवार को भी अगलगी की घटना मै चार बीघा फल जल कर रख हो गई, मगर कोई रीब किसान का पुरसाहाल नहीं है।
बताया जाता है कि बर्डपुर ब्लाक चकईजोत टोला कंचनिया मे लगभग 4 बीघा मुमताज का श्यामकुमार का 10 मंडी लगभग जलकर खाक हो गया । ग्रामिणों ने आग बुझाने मे अगर जल्दबाजी न की होती एवं हवा का बहाव तेज होता तो सैकडों बीघा गेहूं की फसल जलने मे देर न लगती ।
मामला कंचनिया गांव के पूरव तरफ सिवान का है जहाँ पर चारों तरफ गेहूं की फसल पक कर खडी है । समय दोपहर बाद लगभग 2 बजे गांव वालों के अथक प्रयास से आग पर काबू पाया गया । फायर बिग्रेड आने से पहले आग पर काबू पा लिया गया था ।
अज्ञात कारणों से लगी आग का एक सीधा संबंध बीड़ी और सिगरेट पीने वालों के कारण ही हो रहा है जिनकी लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं आम होती जा रही हैं। खैर किसान का दुख दर्द समझने के लिए प्रशासन समय नहीं है।
बताते चलें कि हर साल फसलों में आग लगने से करोड़ों का नुक्सान किसानों को उठाना पड़ रहा । इस नुक्सान से बचने के लिए टाइगर बाबु जैसे समाजसेवी ने फेसबुक , व्हाट्सप्प जैसे बड़े यूनिवर्सटी में अपील कर आम लोगों को बीड़ी सिगरेट फसलों के करीब नहीं पीने के क्लास चलाते रहते हैं।समाचार लिखे जाने तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर नहीं पहुँची थी