प्रधान संघ की बैठक में खाता संचालन पर लगी रोक पर व रोष, धरने की बनी रणनीति
मेराज़ मुस्तफा
इटवा-सिद्धार्थनगर:- केन्द्र व प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक “खुले में शौच मुक्त” को लेकर शासन-प्रशासन काफी मशक्कत कर रहा जिसका सीधा दबाव ग्राम प्रधानों पर पड़ रहा है। दूसरी तरफ प्रधानों के खाता संचालन पर रोक लगी है। इससे प्रधान संघ खुनियांव के सदस्य बहुत दुखी हैं और जरूरत पड़ने पर धरने पर भी जा सकते हैं।
उपरोक्त बातें प्रधान संघ के खुनियांव इकाई के ब्लाक अध्यक्ष इनायतुल्लाह खां के प्रतिनिधि कमरूज्जमां खां ने शनिवार को विकास खण्ड परिसर में बुलाई गई आकस्मिक बैठक में प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कही।कमरूज्जमां खां ने कहा कि प्रशासन द्वारा जिस तरह से जनपद के 127 ग्राम पंचायतों के खातों पर रोक लगाकर ग्राम प्रधानों का मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। यदि उन पर लगी रोक नही हटाई जाती तब तक पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार एवं प्रधान संघ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को विवश हो जाएंगे।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष कन्हैया पाण्डेय ने अपने सम्बोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि यदि प्रशासन प्रधान संघ की मांगों को नही मानता है तो 26 नवम्बर से जनपद के समस्त प्रधान जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष अनवरत धरना देंगे। प्रवक्ता मेराज़ मुस्तफा ने कहा कि प्रशासन जिस तरह जनपद को खुले में शौच मुक्त घोषित करना चाह वह जमीनी हकीकत से एकदम विपरीत है। क्योकि अभी तक
बैठक को राजबहादुर चौधरी, मतीउल्लाह, महबूब अली ने भी सम्बोधित करते हुए धरने को सफल बनाने का आवाह्न किया। इस दौरान कमरूज्जमां खां,मेराज़ मुस्तफा,कन्हैया पांडेय के अतिरिक्त रमापति पांडेय, बरकत अली, राधेश्याम, बब्लू मलिक, अब्दुल अलीम, इफ्तेखार अहमद आदि उपस्थित रहे।