होली पर मिलावटखोरों का गिरोह सक्रिय, आप टेस्ट करें अपने दूध और खाेया की
हमीद खान
इटवा, सिद्धार्थनगर। होली पर्व में मिलावटखोरों की बल्ले बल्ले होती है। पनीर खोया सबमें मिलावट होने लगती है। मौका हाथ में आते ही मिलवट खोर सक्रिय हो गए हैं। मिलावट के इस खेल में जहां कारोबारी मालामाल हो रहे है, वहीं इस सामग्री को उपयोग में लाने से सेहत बेहाल हो जाती है।
पर्व पर जरा सी भी असावधानी हई तो सेहत नासाज होने से कोई नहीं बचा सकता है। दिनों दिन मिलावट खोरों के चंगुल से बच पाना कठिन साबित हो रहा है। तमाम जानकारियों के बाद भी खाद्य विभाग ऐसे कदम नहीं उठा पा रहा है। जिस से कि उपभोक्ता आंख मूंद कर खोया, पनीर, को उपयोग में ला सकें।
बजार में मिलावटी सामान भरा पडा है। हालत यह है कि मिलावटी सामान के लिए बडे कारोबरियों ने खुदरा बिक्री के लिए एजेंट बना रखें हैं। सूत्र बताते हैं कि मिलावट खोरों की सबसे बड़ी सप्लाई वाली जगह कानपूर है। यहां से ही भारी मात्रा में मिलावट का सामान आता है।
दूध में मिलावट किए जाने वाले तत्वों में डिटरजेंट, रिफांइड, मिठास के लिए ग्लूकोज के अलावा ईजी लिक्वड जैसे हानिकारक तत्वों से सिंथेटिक दूध बनाया जाता है। खोया में अरारोट, शकरकंद, स्टार्च, मैदा आदि कि मिलावट की जाती है। यह खाद्य समाग्री खराब न होने के लिए फार्मलीन जैसे घातक रसायन मिलाए जाते है।
ऐसे करें मिलावट की जांच पडताल।
खोया की जांच। खोया पनीर की जांच के लिए इस को छोटे से हिस्से को पानी में उबालें, फिर इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने पर इस में आयोडीन के घोल की एक बूंद लिाऐं। अगर इस आयोडीन कि बूंद डालने पर नीला रंग सामने आता है तो इस का मतलब खाद्य सामग्री में मिलावट है। मिलावट में स्टार्च मिलाया गया है। इस सामग्री का प्रयोग हानिकारक हो सकता है।
दूध की जांच। उपयोग में दूध को लाए जाने से पूर्व इस में पोटैशियम कार्बोनाइट कि 5.6 डालें। अगर लाल रंग सामने आता है तो जान जाइए कि दूध में मिलावट है। कारोबारी ने मिलावट के लिए यूरिया मिलाई है। इस के साथ ही 10 मिली दूध में इतना पानी मिलाएं। अगर झाग आता है तो दूध में डिटरजेंट मिलाया गया है।