khas khbar़़- पहलः मजदूरों के बीच निरंतर राशन का थैला व जरूरत का सामान बांट रहा युवा “राजन”
— कोरोना संकटः सिर्फ सरकार की ओर न देखें, अपनी भी जिममेदारी निभाएं- द्धिवेदी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। कोरोना संक्रमण के चलते देश पर आई इस विपदा से निपटने के लिए सभी को एकजुट होकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए, गरीब ज़रूरतमंद लोगो की मदद कर देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इसी के मद्दे नजर सिद्धार्थनगर की छात्र राजनीति से जुड़े राजन द्विवेदी लगातार उन मजदूरों के लिए राहत सामग्री का वितरण कर रहे हैं, जो निर्माण कार्य से जुड़े हुए हैं। ये मजदूर फ्लाईओवर, केंद्रीय विद्यालय, विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेज से सम्बंधित निर्माण कार्य मे लगे हुए थे। मगर कोरोना संकट के आ जाने से लॉक-डाउन के नियमों के बीच में ये मजदूर यही के यही फंसे रह गए।
अब समस्या ये है कि इन्हें भोजन और राहत सामग्री से जुड़ी चीजों के लिए परेशान होना पड़ रहा ऐसे में कहीं हालात दिल्ली और मुंम्बई से पैदल चलकर आने वाले मजदूरो जैसी न हो जाए, इस बात को ध्यान में रखकर राजन द्विवेदी ने अपने सामाजिक सहायता से एकजूट होकर प्रतिदिन इन मजदूरों को राहत सामग्री का वितरण कर रहे हैं। ताकि ये मजदूर भूख से बेहाल होकर अपने- अपने घरों का रुख न करे। क्योंकि यदि ऐसा हुआ तो लॉक -डाउन नियम टूटने के साथ ही जनता एक बार फिर से कोरोना को हराने की जंग में पीछे चली जाएगी।
राजन द्विवेदी की तरह उठाये जा रहे क़दम से हम सब दिल्ली से विस्थापित मजदूरो का माहौल बनने से रोक सकते हैं। इन मजदूरो के लिए राजन द्विवेदी ने किराने स्टोर से राशन सामग्री और जरूरत की एक लिस्ट तैयार की और पैकेट बनवाकर निकल पड़े उन झुग्गी -झोपड़ी-बस्तियों के बीच जहाँ ये मजदूर मदद की आस लगाए बैठे थे।
प्रतिदिन सुबह से शाम राजन द्विवेदी यहाँ राहत सामग्री का वितरण करते हैं। जितने भी फोन कॉल्स ज़रूरतमंद लोगो के उनके पास आते हैं वे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सभी के घरों के पास पैकेट रखकर चले जाते हैं। राजन की सभी लोगों से ये अपील है कि वे देश के नागरिक होने के नाते अपने- अपने क्षेत्र के आसपास उन ज़रूरतमंद मजदूरों को जरूर राहत सामग्री का वितरण करे। कोरोना संकट की इस घड़ी में जिंदगी की मुश्किलों के बीच में जूझ रहे हैं। हालांकि प्रशासन और सरकार लगातार कवायद में जुटी है, किंतु ये भारत देश हम सभी का है और हमारा कर्तव्य बनता है कि हम राष्ट्र के लिए ये एक छोटी सी पहल जरूर करें।
राजन द्विवेदी ने सभी से अपील किया है कि सभी संकट की इस घड़ी में गांव-नगर-कस्बे-मुहल्ले-समाज-देश के साथ मिलकर खड़े हों। प्रशासन के ही कंधों पर टँगे झोलों पर न आश्रित रहें। कुछ झोले हम आप मिलकर अपने कंधों पर भी आइये टांग ले, ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा -बेहाल न रहे।