राशन वितरण में घटतौली पर हुई जांच, लेकिन लॉकडाउन में शारीरिक दूरी की उड़ी धज्जियां
अजीत सिंह
कोटेदार की जांच करते आपूर्ति निरीक्षक जीतचंद व संजीव कुमार गौतम।
सिद्धार्थनगर।लॉक डाउन में अंत्योदय व पात्र गृहस्थी के कार्ड धारकों को मुफ्त में राशन देने की पहल में कोटेदारों की धांधली भारी पड़ रही है। उसका बाजार ब्लॉक के महुलानी ग्राम पंचायत में उपभोक्ताओं ने कोटेदार पर घटतौली का आरोप लगाया है।इस संबंध में गांव निवासी श्रवण त्रिपाठी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पोर्टल पर कोटेदार के खिलाफ राशन वितरण में घटतौली की शिकायत दर्ज कराई थी।जिसकी सूचना पर रविवार को उसका बाजार आपूर्ति निरीक्षक जीत चंद और लोटन के निरीक्षक संजीव कुमार गौतम ने जांच की। जांच के दौरान बारी बारी से उपभोक्ताओं का बयान भी दर्ज कराया गया। निरीक्षक की मौजूदगी में लॉकडाउन में शारीरिक दूरी की धज्जियां भी उड़ी।
उपभोक्ताओं ने बताया
पात्र गृहस्थी कार्ड धारक सुभावती ने बताया कि कार्ड में 8 यूनिट है,लेकिन कोटेदार द्वारा 6 यूनिट के हिसाब से 24 किलोग्राम राशन दिया जा रहा है। कार्ड धारक रीता ने बताया कि कार्ड में 5 यूनिट है ,जिसके हिसाब से 25 किलोग्राम मिलना चाहिए, लेकिन 20 किलोग्राम ही मिला। अंत्योदय कार्ड धारक महाबली ने बताया कि हमको 35 किलोग्राम राशन मिलना चाहिए लेकिन 31 किलोग्राम ही दिया जा रहा है। अंत्योदय कार्ड धारक गेना पत्नी बैदू ने बताया कि हमको केवल 30 किलोग्राम की राशन दिया जा है।
सवाल तो यह है कि …
अंत में सवाल यह है कि कोरोना के कहर के दौरान अफसरों ने खुद ही लाक डाउन की धज्जियां उड़ा डालीं। क्या वे फिजिकल डिस्अेंस बना कर ाभार्थियों का बयान नहीं ले सकते थे? सोचने की बात है कि जब इस ममारी को लेकर जिम्मदार ही इतनी गैर जिम्मदारी का परिचय देंगे, तो सामान्य आदमी का क्या होगा।