विशेेष रिपोर्ट- तेजस्वी ने नहीं छोड़ी सरकार बनाने की आस, तीन खास प्लान पर कर रहे काम
सरकार बनाने के लिए दो लोगों को बनाया जा सकता है डिप्टी चीफ मिनिस्टर, नितीश खेमे से भी उलटफेर की आशंका
पटना से विनय रंजन की रिपोर्ट
कपिलवस्तु पोस्ट न्यूज डेस्क
“बिहार में एक ओर एनडीए सरकार बनाने जा रही है, वहीं दूसरी ओर राजद नेता तेजस्वी यादव ने अभी भी मुख्यमंत्री बनने की आस नहीं छोड़ी है। राजद नेता इसके लिए एनडीए के दो छोटे घटक दलों से संपर्क में हैं और इसकेलिए लगातार कशिशें जारी हैं”।
सूत्रों की मानें तो बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों में भले ही महागठबंधन बहुमत के पास आकर ठहर गया। लेकिन तेजस्वी यादव अभी भी मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसके लिए तेजस्वी का वार रूम हर विकल्प और उसके नफा नुकसान पर गंभीर मंथन कर रहा है। यही नहीं अंतिम विकल्प के रूप में राजद की सरकार बनाने केलिए तेजस्वी सीएम पद भी कुर्बान करने केलिए तैयार हो सकते हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक राजद ने विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश साहनी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी से संपर्क किया है। हालांकि सूत्र ने स्वीकार किया कि राजद को अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। लेकिन पार्टी का कहना है कि “हमारे रास्ते अंत तक खुले रहेंगे”।
राजद सूत्रों के मुताबिक मुकेश साहनी डिप्टी सीएम बनना चाहते हैं और पार्टी उन्हें यह पद दे सकती है। सरकार बनाने केलिए अगर जरूरत पड़ी तो तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम के दो पद बना सकते हैं। मालूम हो कि महागठबंधन को इस चुनाव में 110 सीटें मिली हैं और बहुमत के लिए उसे 12 सीटों की जरूरत है।
पार्टी सूत्र का कहना है कि इन दोनों दलों के साथ आने के बाद यदि ओवैसी की एआईएमआईएम को अपने साथ कर लेती है तो उनके पास बहुमत के लायक आवश्यक संख्या बल पूरा हो जाएगा। वैसे जब सदन में खुले रूप में वाटिंग होगी तो औवैसी को न चाहते हुए स्लिम जनदबाव में तेजस्वी का साथ देना पड़ेगा। क्योंकि किशनगंज में ओवैसी के उम्मीदवारों ने बार बार मुसलमानों को समझाया था कि अगर किन्हीं हालात में जरूरत पड़ी तो वह तेजस्वी के ही साथ रहेंगे। इसके अलावा ओवैसी सदन में तेजस्वी के खिलाफ जाकर खुद पर भाजपा एजेंट का खुला लेबिल लगाने से बचना चाहेंगें।
दूसरी तरफ माना जा रहा है। नीतीश ने भी अपने विकल्प खुले रखे हैं। हालांकि बीजेपी अपना सीएम नितीश कुमार को ही बनाएंगी, मगर भाजपा से किसी बात को लेकर हालात बिगड़ने की दशा में नितीश भी राजद की उम्मीद पूरी कर सकते हैं। मगर तब नितीश के लिए तेजस्वी को मुख्यमंत्री का पद कुछ अवधित तक छोड़ना पड़ सकता है। सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी इसकेलिए भी तैयार होने की मनोदशा में हैं। मालूम हो कि मुकेश साहनी और जीतन राम मांझी चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन का साथ छोड़ एनडीए में शामिल हो गए थे, जिसमें मुकेश साहनी का तो जाहिर हैकि वह उसी के साथ रहेंगे, जो उन्हें डिप्टी चीफ मिनस्टर बना सके। जानकारों का कहना है कि मांझी को विधानसभा अध्यक्ष व उनके बेटे को डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है।