प्रधानों के आंदोलन के दबाव पर महिला प्रधान से छेड़छाड़ करने वाले लेखपाल पर मुकदमा दर्ज
एम. आरिफ
सिद्धार्थनगर। बाढ़ राहत वितरण के दौरान कठेला क्षेत्र की एक महिला प्रधान से छेड़छाड़ के आरोपी लेखपाल के खिलाफ प्रधान संघ के आंदोलनरत होने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 23 अक्तूबर को हुयी घटना पर महिला प्रधान की तरफ से हो-हल्ला मचाने वाले एक युवक पर उल्टे लेखपाल की ही तरफ से कठेला थाने की पुलिस द्धारा मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर मामला तूल पकड़ने पर कल देर शाम आखिरकार पलिस ने लेखपाल केविरूद्ध ड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कर लिया।
बताया जाता है कि क्षेत्र के एक गांव की महिला ग्राम प्रधान ने कठेला समय माता थाने में 23 अक्तूबर को तहरीर देकर गांव में तैनात हलका लेखपाल पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। ग्राम प्रधान ने तहरीर में बताया कि गांव में बाढ़ राहत पैकेट का वितरण हो रहा था। इसी बीच लेखपाल ने उससे छेड़खानी की। उधर, हल्का लेखपाल ने भी गांव के ही एक युवक पर गाली-गलौज का आरोप लगाया था। कठेला समय माता थाने की पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर युवक के खिलाफ एससी, एसटी का मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस की एकतरफा कार्रवाई से नाराज प्रधान संघ के लोग मंगलवार को कठेला समय माता थाने के सामने धरने पर बैठ गए। प्रधान संघ के इटवा ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में आयोजित धरने में पीड़ित महिला ग्राम प्रधान ने कहा कि अगर लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया और उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्मदाह कर लेगी।
धरने में शामिल ग्राम प्रधानों व क्षेत्रीय लोगों ने इटवा एसडीएम व तहसीलदार के खिलाफ भी नाराजगी जताई और उनके खिलाफ नारेबाजी की। मामले की जानकारी होने पर सांसद जगदंबिका पाल ने डीएम संजीव रंजन से बात की। इसके बाद इटवा एसडीएम विकास कश्यप, तहसीलदार धर्मवीर भारती व सीओ जयराम भी धरना स्थल पर पहुंचे। उच्चाधिकारियों से बात कर हलका लेखपाल के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया गया। उसके बाद धरना समाप्त हुआ।
इस दौरान प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. पवन मिश्र, कामरान अहमद, सुरजीत, रईश, अनवर अली, रामविनेश, अब्दुल्लाह बुखारी, रामानंद, इरशाद, आसिफ, कुलदीप मिश्र आदि मौजूद थे। कठेला समय माता थाने के एसएचओ सतीश कुमार सिंह ने बताया कि महिला ग्राम प्रधान की तहरीर पर लेखपाल के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।