इंदिरा गांधी को वोट और कोर्ट दोनों में हराने वाले पुरोधा थे राजनारायण़ जी- अजय चौधरी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। लोकबंधु स्व.राज नारायण जीवन पर्यंत वंचित वर्ग के उत्थान के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कभी सत्य से समझौता नहीं किया। वह बगावती तेवर के नेता थे। इसी कारण वे समाजवाद के पुरोधा के नाम से जाने जाते हैं।
यह बातें समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष अजय चौधरी ने कहीं। वह मंगलवार को समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर स्व. राज नारायण जी की 33वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तानाशाही चरम पर थी। तब उन्होंने कोर्ट और वोट दोनों से हराया था।
पूर्व विधायक लालजी यादव व विजय पासवान ने संयुक्त रूप से अपने संबोधन में कहा कि 1975 से 1977 आपातकाल के दौरान राज नारायण जी इंदिरा गांधी सरकार का सड़क से लेकर सदन तक जमकर विरोध किया था। जिसका आलम यह रहा कि 1977 के लोक सभा चुनाव में 55 हजार मतों से देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को रायबरेली से हरा दिया था। उसके बाद देश में समाजवादी सोंच की सरकार बनी। जिसके कारण हर तबका खुश हाल हो गया था। आज केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी लोकतंत्र को खत्म करके आपातकाल जैसा माहौल बना दिया है। इसके खात्मे के लिए समाजवादियों को आगे आना होगा। तभी राज नारायण जी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
गोष्ठी में नगर पालिका अध्यक्ष बांसी मोहम्मद इद्रीश पटवारी राइनी, मुरली धर मिश्र, निवर्तमान पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव चंद्रमणि यादव, निवर्तमान जिला प्रवक्ता विजय यादव, चंद्र जीत यादव, सोनू यादव, पप्पू जायसवाल आदि ने गोष्ठी को संबोधित किया। विनोद साहनी, सतीश चौधरी, गौतम मिश्र, रोहित श्रीवास्तव, विश्राम यादव, राकेश यादव, रंजीत यादव आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के पूर्व सभी ने राज नारायण जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।