जांच में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर गांव सील, संपर्क में आये पचीस व्यक्तियों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया
— शोहरतगढ़ तहसील के आधा दर्जन गांव पुलिस के पहरे में, रेड जोन घोषित
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। कोरोना के मद्देनजर स्थानीय तहसील का लुचुइयां गांव को सील कर पुलिस का पहरा बिठा दिया गया है। इसके साथ तहसील क्षेत्र में सील किये जरने वाले गांवों की तादाद लगभग आधा दर्जन हो गई है। जिन्हें रेड जो कहा जाता है। जिससे यहां के लोगों का दूसरे लोगों से सम्पर्क काट दिया गया है।
खबर है कि लुचुइया गांव में मुम्बई से आये एक व्यक्ति की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने पर गांव को सील किया गया। संक्रमित व्यक्ति मुम्बई से एक महीना पहले आया था। स्क्रीनिंग सेन्टर पर जांच में नार्मल पाए जाने पर उसे घर पर 14 कोरेन्टीन रहने को कहा गया। इस दौरान वह घर मे ही होम क्वारन्टीन था। परिवार के लोगों में कोरोना के कुछ लक्षण दिखने की सूचना पर लगभग एक सप्ताह पूर्व स्वास्थ टीम ने सेम्पल को जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर भेजा था। गुरुवार को प्रवासी मजदूर का रिपोर्ट कोरोना पाजटिव आने पर प्रशासन एलर्ट हुआ और तहसील प्रशासन व पुलिस विभाग ने मिल कर गांव को सील किया।
सूत्रों के मुताबिक युवक मुम्बई के भिवण्डी से 30 अप्रैल को गाँव मे आया था। कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति कोरेन्टीन के दौरान लोगों से मिलता जुलता रहा। इसी बीच स्वास्थ्य टीम द्वारा 7 जून को रैंडम जाँच किया गया। जिसकी रिपोर्ट 11 जून को कोरोना पॉजिटिव आयी। स्वास्थ्य टीम ने युवक को बर्डपुर आइसोलेशन सेन्टर रेफर कर दिया।
बताते चलें कि शोहरतगढ़ तहसील में रेड जोन की संख्या लगातार बढ़ रही है ।अब तक तहसील में ग्राम नदवलिया, भाद मुस्तहकम, भटमला, जोबकुंडा व तालकुंडा शामिल हैं। अब इसमें लुचुइया का नाम भी जुड़ गया है। वर्तमसन से यह सभी गांव पुलिस की निगरानी में हैं। गांव में न कोई धुस सकता है, न गांव का कोई व्यक्ति बहर सम्पर्क कर सकता है। एक तरह से इन गांवों की हालत डिटेंशन सेंटर जैसी है, जहां व्यक्ति कैदी की तरह जीता है। लेकिन किया क्या जाये, कोरोना को रोकने के लिए और कोई चारा भी तो नहीं।