बच्चों समेत खुद को किया आग के हवाले, मां- बेटी की मौत, दो बेटे मौत के कगार पर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। इटवा थाने के ग्राम लटेरा में आज यानी शनिवार की सुबह सिद्धू दर्जी के घर काली सुबह बन का आयी। सिद्धू की पत्नी अनवर जहां ने लगभग ८ बजे तीन बच्चों के साथ खुद को मिट्टी तेल डाल कर जला लिया। घटना में सिद्धू की पत्नी और आठ दिन के बच्ची की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो अबोध बच्चे झूलस कर मरने के कगार पर हैं। अनवर जहां के मायके वालों ने इसे दहेज हत्या करार देते हुए इटवा थाने में तहरीर दी है।
ग्रामवासी बताते हैं कि आज सुबह ८ बजे के आस पास सिद्धू के घर से धुआं उठते और कातर चीखों से गावं दहल उठा। लोग भाग कर उसके मकान पर पहूंचे तो अपने तीन बच्चों के साथ सिद्धू की तीस साल की पत्नी अनवर जहां आग की लपटों में घिरी छटपटा रही थी। लोगों ने कम्बल रजाई आदि का इस्तामाल कर किसी तरह आग बुझाई।
बताते है कि इस दौरान अनवर जहां और उसकी आठ दिन की बच्ची की जान मौके पर ही जा चुकी थी। ५ और तीन साल के दो बच्चों की सांसें चल रही थीं। लोगों ने दोनों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहा उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों बच्चे ५० प्रतिशत से ज्यादा जल चुके हैं। इसलिए उनके बचने की आशंका कम बताई जा रही है।
बता दें कि सिद्धू मुम्बई में रह कर सिलाई का काम करता है। अनवर जहां की सुसरालियों से अनबन रहती थी। लेकिन एक बच्ची को जन्म देने के आठ दिन बाद ही अनवार जहां ने जिस प्रकार यह भयानक फैसला लिया, उससे साबित होता है कि वह किसी बात से बहुत दुखी थी। वह बात क्या हो सकती है, कोई नहीं बता पा रहा है।
बहरहाल अनवर के मायके वालों का कहना है कि उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। इससे वह बहुत परेशान रहती थी। जबकि अनवर केससुरालियों का कहना है कि वह दिमागी रूप से कुछ कमजोर थी। इसलिए ऐसे किया। इस विषय में सीओ सदर व प्रभारी एसपी अकमल खां का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। उसी के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी।