ठंडक से मजनू की मौतः प्रशासन ने कंबल नहीं दिया तो जिंदगी भी साथ छोड़ गई
अमित श्रीवास्तव
मिश्रौलिया, सिद्धार्थनगर। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम बेलवा में 45 साल के रघू की जिंदगी साथ छोड़ गई। साथ क्यों न छोड़ती? जब सरकार का कम्बल उसका साथ न दे पाया तो जिंदगी तो बहुत दूर की थी।
रघू की मौत आज सुबह हुई। ग्रामीणों का कहना है कि रघू अपनी पत्नी के साथ सालों से फूस की झोपड़ी में रहता था। वह मेहनत मजदूरी करके पेट पालता था।
दरअसल बाप से बंटवारे के बाद उसके हिस्से में मजदूरी ही आई थी। वह इसी बल पर पत्नी के साथ परिवार चला रहा थो। उसके पास बच्चे नहीं थे।
बताते हैं कि आज सुबह उसने दम तोड़ दिया। रघू की पत्नी बजन देवी कहती हैं कि अगर उसे समय रहते कंम्बल आदि दिया जाता तो उसकी जिंदगी बच सकती थी।
समाचार लिखे जाने तक जिले में यह ठंड से पांचवी मौत है। यह और बात है कि प्रशसन ने अब तक किसी घटना को सरकारी विभाग ने स्वीकार नहीं किया है।
रघू की पत्नी जिबंन ने कहा है कि प्रशासन अगर उसे दो कंबल दे देता तो उसके पति की जान बच सकती थी। उसके मुताबिक पति के बाद अब उसके सामने ठंड ही नहीं रोटी की समस्या भी खडी हो गई हेै।