दबंग जब चाहें किसी की हाथ पैर तोड़ दें, पुलिस सुनवाई नहीं करती
— शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र में गोलबंद होकर मारने पीटने की घटनाएं बढ़ी
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। इन दिनों शोहरतगढ़ कस्बा समेत थाना क्षेत्र अन्तर्ग कई गांव में गोलबंद होकर किसी को भी कहीं भी चाहे वह आप किसी घनी आबादी में ही क्यों न रहते हों अगर आपका किसी से कोई विवाद हो तो आपका बच पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। पिछले एक सप्ताह के अंदर गोलबंद होकर मारने पीटने की घटना में कस्बा शोहरतगढ़ के गांधी नगर निवासी एक रिक्शा चालक व उसकी पत्नी को उसके घर आये दूर के मेहमानों द्वारा गोलबंद होकर मारा गया जिसमें पति और उसकी पत्नी का हाथ पैर मार कर तोड़ दिया गया ।
गांधी नगर निवासी पीड़ित रशीद ने बताया कि घर का मुकदमा चल रहा था जिस पर बातचीत होनी थी इसलिए सभी मेहमान हफीज पुत्र मूसे , शहजादे पुत्र मूसे लालबाबू उर्फ लतीफ पुत्र मूसे ,मेराज पुत्र निसार निवासी नकथर मेरे घर पर आए थे । रविवार को दरखास्त दी गई थी। जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
कुछ ऐसा ही मामला थाना क्षेत्र के जुगडीहवा का भी है, जिसमें बच्चों के पुराने झगड़े के बैर ने एक बार फिर आधा दर्जन से अधिक लोगों ने गोलबन्द होकर दो युवकों को मार मार कर अधमरा कर दिया, जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है। बीते शनिवार की शाम बकरीदी पुत्र रमजान अली और अख्तर पुत्र मकसूद दोनों भाई गांव के पक्षिम की तरफ से मैदान होकर वापस आ रहे थे कि अचानक ही ईद गाह के पास आधा दर्जन से अधिक लोगों ने इन दोनों पर हमला कर दिया।
जिसमें बकरीदन पुत्र रमजान अली ,अख्तर अली पुत्र मकसूद को मौके पर पहुँची पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में शोहरतगढ़ सामुदायिक अस्पताल पर इलाज के लिए ले जाया गया जिसे फिर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया ,जहां दोनोँ का इलाज चल रहा है। इन मामलों में जब थानाध्यक्ष के सी यु जी न0 पर बात करनी चाही तो बात नहीं हो सकी है।
बहर हाल इन दोनों ही मामलों में ही अब तक पुलिस ने अपने हाथ खड़े कर रखे हैं किसी मामले में एक्स रे रिपोर्ट का इंतजार बताया जा रहा है।
बताते चलें कि उक्त दोनों ही घटनाओं में किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं होने से गोलबन्द होकर मारपीट करने वालों के हौसले बुलंदी पर हैं कानून व्यवस्था लगातार फिसल रही है। क्षेत्र की जनता को दोनों मामलों में न्याय चाहती है