सत्ताधारी दल के सामने समर्पण कर अफसर कर रहे चुनाव मे गलत काम– माता प्रसाद पांडेय / लालजी यादव
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय एवं सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव ने सोमवार को संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला प्रशासन भाजपा नेताओं के दबाव में कार्य कर रहा है। इस कारण निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। मतदाता सूची बनाने में पूरी तरह धांधली गई है। जिला पंचायत चुनाव में एक सपा समर्थित प्रत्याशी को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर पर्चा वापस तक करा दिया गया। दरअसल यह एक प्रकार से सत्तादारी दल के समक्ष अफसरों का हताशाजनित समर्पण है, जो साफ साफ दिख रहा है।
विस अध्यक्ष माता प्रसाद पांउेय और जिला अध्यक्ष लालजी यादव ने कहा कि मतदाता सूची में नाम नहीं होने को आधार बनाकर जिला पंचायत के वार्ड संख्या में 11 में सपा समर्थित प्रत्याशी का पर्चा खारिज किया गया। जबकि पूर्व की सूची में उनका नाम था।जारि है कि सूची परिर्ान के समय मतदाता सूची से प्रत्याशी का नाम हटाने की साजिश की गई है। इसके लिए जिम्मदार को सख्त सजा मिलनी चाहिए। दोनों नेताओं ने साफ क कि सपा के पदाधिकारी इस मामले में न्यायालय से याचिका दायर कर चुनाव अवैध घोषित करने की पिटीशन दाखिल करेंगे।
उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा से मतदाता सूची बनाने में धांधली होने की शिकायत कर जांच करने की मांग की है। मतदाता सूची के प्रकाशन में देर होने के कारण प्रत्याशियों को जांच और संशोधन कराने का मौका नहीं मिला। जिनके नाम पहले मतदाता सूची में थे, बाद में जारी परिमार्जन सूची में उनके नाम काट दिए गए, जबकि कई गांवों में काफी संख्या में लोगों के नाम गायब हैं तो कुछ गांवों में ऐसे लोगों के नाम शामिल हो गए, जिन्हें गांव के लोग जानते ही नहीं।
कहा गया है कि क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव में भी भाजपा नेताओं के दबाव में कई प्रत्याशियों ने मैदान छोड़ दिया। मतदाता सूची के कारण क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव में भी कई पर्चे खारिज हुए, जबकि वे उसी गांव में मूल निवासी हैं। मतदान के एक दिन पहले तक मतदाता सूची में वास्तविक मतदाता का नाम जोड़ने की सुविधा होनी चाहिए। इस मौके पर सपा कार्यकर्ता विजय यादव, सोनू यादव, कलाम खान मौजूद थे। बांसी क्षेत्र के पटखौली ग्राम पंचायत के लोगों ने भी एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बीएलओ पर आरोप लगाया कि उनकी ग्राम पंचायत में 120 मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं।