तालाब के भीटे पर निर्माण को लेकर दो तरह की नीति से प्रशासन पर उठ रहे सवाल
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ कस्बे से सटे नीबी गांव के गाटा संख्या 115 भीटा पर नगर पंचायत अवैध रूप से मीट मंडी का निर्माण करा रहा था। यह निर्माण पांच मंडी से अधिक जमीन पर किया जा रहा था। भीटा पर निर्माण की जानकारी मिलते ही एसडीएम शिवमूर्ति सिंह ने ईओ शिवकुमार को निर्माण कार्य तत्काल रोकने का निर्देश दिया है। लकिन उसी भीटे पर बना शौचायलय यथावत है। इससे प्रशासन की ईमानदारी सवालों के घेरे में आ गई है।
गौर तलब है कि कस्बे से सटे नीबी गांव का गाटा संख्या 115 अभिलेख में भीटा दर्ज है। इस भूमि पर पूर्व में लोगों की आपत्ति के बाद भी नगर पंचायत ने अवैध रूप से शौचालय का निर्माण करा दिया है। इसी भीटा की पांच मंडी से अधिक भूमि पर नगर पंचायत मीट मंडी का निर्माण करा रहा है। इसकी जानकारी मिलने पर हल्का लेखपाल रामकुमार तिवारी ने मौका मुआयना पर स्थिति को देखा। इसके बाद एसडीएम को बताया कि सरकार द्वारा मीट की दुकानों को अंदर करने का जारी फरमान के बाद नगर पंचायत ने उक्त जमीन पर अस्थाई दुकानों के लगवाने की बात कही थी। लेकिन उक्त भूमि पर अवैध रूप से निर्माण कराया जा रहा है, जबकि भीटा पर निर्माण का प्रावधान नहीं है।
इस बारे में एसडीएम शिवमूर्ति सिंह ने बताया कि भीटा पर निर्माण नहीं हो सकता है। ईओ शिवकुमार को निर्माण बंद कराने का निर्देश दिया गया है। भीटा पर किसी भी हालात में निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। अगर कोई मनमर्जी करता है तो उक्त के खिलाफ कार्यवाही तय है।
सुभाष गुप्ता के रहने पर भीठे की जमीन पर शौचालय बना था आज न रहने पर उसी जमीन के हिस्से पर बूचड़ मंडी के निर्माण कार्य पर प्रशासन द्वारा रोक दिया गया। अब सवाल यह है जब भीटे पर मीट मंडी का निर्माण नहीं हो सकता तो शौचालय का निर्माण क्यों कर कायम है?