तीन माह पहले पूना कमाने निकला था 19 साल का युवक, घर लौटी उसकी लाश
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर।त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के हटवा गांव निवासी सीताराम शर्मा के बड़े पुत्र विश्वनाथ शर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना से गांव में मातम छाया हुआ है। 19 वर्षीय विश्वनाथ शर्मा तीन माह पूर्व रोजी-रोटी की तलाश में पुणे गया था। वहीं पर एक कमरे में छत के कुंडे से लटकी उसकी लाश पाई गई है। घटना शनिवार लगभग 4 बजे अपरान्ह की है। घटना की खबर यहां मिलते ही गांव में शोक छा गया है।
तीन महीने से पुना में कर रहा था काम
क्षेत्र के हटवा गांव निवासी सीताराम का बड़ा बेटा विश्वनाथ शर्मा जुलाई में रोजी-रोटी के लिए पुणे गया था। जहां एक दुकान पर लकड़ी का काम करता था। वहीं पर उसका एक अन्य भाई दीपक शर्मा उससे कुछ दूर पर एक अन्य जगह काम करता था। दोनों अलग अलग ही रहते थे। बताते हैं कि शनिवार को दोपहर चार बजे कमरे के छत में लगे कुंडे के सहारे फंदे से लटकी उसकी लाश पाई गई। पड़ोस के लोगों ने इसकी सूचना थोड़ी दूर पर रह रहे उसके भाई दीपक शर्मा को सूचना दी। दीपक की सूचना पर पुणे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा कर दीपक को सौंप दिया। जिसे लेकर त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के हटवा गांव के लिए आ रहा है।
मौत के कारण तलाशने में जुटी पुलिस
बताते है कि पुणे पुलिस ने घटना पर बहुत गौर किया मगर उसे आत्महत्या का कोई कारण नजर नहीं आया। उसने इस घटना में लव एंगिल भी तलाशा लकिन कोई सूत्र न मिला। कई बार ऐसा होता भी है कि लोगों की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जाती है। वहां के एक पूर्व पुलिस इंस्पेक्टर डी के परब ने बतायाकि कई बार मामले हत्या और आत्महत्या के बीच बहुत पेचीदा हो जाते हैं। जिसकी छानबीन में वक्त लग जाता है।
गांव में चल रही कयासबाजी
बेटे की मौत की सूचना मिलते ही पिता सीताराम व माता अनारकली दहाड़ें मारकर रो रही हैं। घटना से गांव में मातम छाया हुआ है। लेकिन सवाल है कि उसने आत्महत्या क्यों की? कहीं ऐसा तो नहीं कि सुनियजित ढंग से उसकी हत्या की गई हो।फिलहाल इसे लेकर गांव में भाति भातिं की कयासबाजियां चल रही हैं। उसकी उम्र को देख गांव वाले इसमें प्रेम प्रसंग की भी एंगिल तलाश रहे हैं।