इटवा के भिलौरी में दो गुटों में संघर्ष, दलित प्रधान की मां की गोली मार कर हत्या, कई घायल
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। आज रात तकरीबन नौ बजे इटवा थाने से 3 किमी दूर भिलौरी गांव में पहरे को लेकर हुए विवाद में दलित ग्राम प्रधान बबलू की मां की गोली मार कर हत्या कर दी गई। घटना के दौरान हुए पथराव में कई लोगों को चोटें आईं। समाचार लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई थी और कई लोगों को हिरासत में ले लिया था।
बताया जाता है कि भिलौरी गांव में ग्राम प्रधान बबलू ने रात में पहरे के लिए सूची बना रखा था। रविवार की रात सूची में ऐसे कई नाम थे, जो प्रधानी के चुनाव में उसके विरोधी पक्ष के थे। रात के दस बजे से उन्हें गांव में पहरा देना था।
गांव वालों के मुातबिक पहरे से पूर्व विरोधी पक्ष के लोगों ने प्रधान बबलू से अलाव के लिए लकड़ी का मांग की। इस पर दोनों पक्षाें में विवाद हो गया। इस दौरान विरोधी गुट ने अपने पक्ष के अगुवा और पूर्व प्रधान मुन्ना ठाकुर को बुला लिया।
बताया जाता है कि विवाद बढ़ा तो तो पक्षों में मारपीट और पथराव होने लगा। इस दौरान मुन्ना ठाकुर के बेटे अखिलेश ने लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग शुरू कर दी। जिससे प्रधान की 50 वर्षीय मां देवी की मौत हो गई। इस घटना से गांव में सनसनी छा गई। बताते है कि दोनों गुटो में पथराव भी हुआ, जिसमें कई लोग चोटिल हो गये।
घटना की खबर सुन कर इटवा पुलिस मौके पर पहुंची। उसने प्रधान की मां को तत्काल इटवा अस्पताल भेजा, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। खबर है कि पुलिस ने इस सिलसिले में कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। गांव से कई लोग फरार भी हो गये हैं।
समचार लिखे जाने तक मुकदमा नहीं लिखा गया था। पूरे गांव में दहशत का माहौल है। ग्राम प्रधान बबलू का कहना है कि यह हत्या सुनियोजित है। विपक्ष पहले से ही उसे धमकाता चला आ रहा था। इस बारे में पुलिस के किसी जिम्मेदार से बात नहीं हो पाई है।