बीच शहर पुलिस मुठभेड़ में सिपाही व एक बदमाश घायल, 5 गिरफ्तार, 10 बाइक व तमंचा बरामद
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय के बीचो-बीच जुमुआर नदी के पुल पर पुलिस व बदमाशों में हुई मुठभेड़ में घायल हुए एक इनामी सहित 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को उनके पास से 10 बाइक व अग्नेयास्त्र भी मिले हैं। मुठभेड़ में घायल बदमाश का नाम झिन्नू उर्फ छोटू है वही गैंग्लीछर भी बताया गया है। वह जिला बलरामपुर का निवासी है। आमने सामने की फायरिंग में एसओजी के एक सिपाही अवनीश सिंह के भी घायल हो जाने की सूचना है। एसओजी और स्वाट टीम के संयुक्त अभियान की सफलता पर पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का इनाम की घोषणा की गई है। घटना आज भोर लगभग चार बजे की है।
खबर के मुताबिक शुक्रवार लगभग चार बजे भोर में अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चन्द्र रावत व महेन्द्र प्रताप सिंह सीओ की अगुवाई में पुलिस टीम वाहनों की जांच कर रही थी। उसी वक्त वहां पर तीन मोटर साइकिल सवार को रोकने की कोशिश की गई तो वह भागने लगे। मगर पुलिस बल ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि तीनों मोटर साइकिलें चोरी की हैं और उनके दो साथी पीछे आ रहे हैं। इसके बाद लगभग चार बजे भोर के समय मोटर साइकिल पर दो अन्य बदमाश आते दिखे। पुलिस टीम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो दोनों ने टीम पर फायर कर दिया। जिसमें एसओजी के सिपाही अवनीश सिंह के हाथ में गोली लगी और वह घायल होकर गिर गये। यह देख पुलस टीम ने जवाबी फायर झोंक दिया। जिसमें अभियुक्त झिन्नू उर्फ छोटे के बाएं पैर में गोली लगी और वह गिर गया। जिसके बाद छोटे और उसके साथी को भी पकड़ लिया गया।
इस बारे में पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने आज प्रेसवार्ता में बताया कि पकड़े गये बदमाशों के पास से 315 बोर का तमंचा मय कारतूस बरामद किया गया है।उन अभियुक्तों की निशानदेही पर निकट के कल्यानपुर गांव के एक अर्धनिर्मित मकान से चोरी की छुपाई गई 6 अन्य मोटरसाकिलें भी बरामद की गईं। पुलिस के मुताबिक पकड़े गये बदमाश बलरामपुर जनपद के तुलसीपुर के निवासी और शातिर वाहन चोर थे। पुलिस टीम की इस सफलता पर आईजी जोन अखिलेश कुमार और एसपी यशवीर ने 25-25 रुपये के इनाम की घोषणा की है।
बता दें कि भारत-नेपाल की सीमा पर वाहन चोरों के कई गैंग शामिल हैं जो बाइक चुरा कर नेपाल भेजने का काम करते हैं। इनके प्रमुख गैंग अड्उा बलरामपुर जनपद में है। यहीं से वह पूरा नेटवक चलाता है। इससे पूर्व भी जिले में बलरामपुर गैंग के वहन चोर यहा पकड़े जाते रहे हैं।