नगर निकायों की आरक्षण सूची जारी होते ही अनेक चुनाबाजों के अरमानों पर पानी फिरा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। नगर निकाय चुनाव के लिए वार्डों की आरक्षण सूची जारी होने के बाद कुछ दावेदार स्वत: मैदान से बाहर हो गए हैं तो कुछ ने राजनीतिक समीकरण के कारण वार्ड बदलने की तैयारी कर ली है। हालांकि, जिले के 11 नगर निकायों में कई दावेदार आरक्षण के कारण मैदान से बाहर हो गए हैं, जबकि उन्होंने कई महीने पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी।
आरक्षण की सूची के संबंध में शुक्रवार को राजनीतिक समीकरणों पर चर्चा होती रही। सभी निकायों की 186 सीटों में इस बार 66 महिला सीटें बनाई गई हैं। जिन सीटों पर पुरुषों ने अपने पोस्टर चस्पा किए हैं, उनमें कई पोस्टर पर उनकी पत्नी के भी फोटो चस्पा होने वाले हैं। नगर पालिका परिषद सिद्धार्थनगर और नगर पंचायत शोहरतगढ़ में सीमा विस्तार हुआ है। इन दोनों निकायों में वार्डों का दायरा बढ़ गया है। इस कारण एक ही सीट पर दो निवर्तमान सभासद चुनावी मैदान में नजर आ सकते हैं।
नगर निकायों में आरक्षण के संबंध में एक सप्ताह के अंदर आपत्तियां मांगी गई हैं। बताया जा रहा है कि नगर पालिका परिषद सिद्धार्थनगर व बांसी में सभासद पद के लिए कई दावेदारों की राह में आरक्षण का रोड़ा आ गया है। नवसृजित नगर पंचायत कपिलवस्तु, बढ़नीचाफा, भारतभारी, बिस्कोहर एवं इटवा में लोगों में भी निकाय निर्वाचन के प्रति उत्सुकता है।
जानकारों का कहना है कि नगर पंचायत उसका, बढ़नी, शोहरतगढ़ एवं डुमरियागंज की आरक्षण सूची ने कुछ लोगों का चुनावी गणित बिगाड़ दिया है तो कुछ लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है। जिले के 11 नगर निकायों में 2,69,256 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 1,33,299 महिला मतदाता हैं।
एडीएम उमाशंकर सिंह ने बताया कि नगर निकाय निर्वाचन में वार्डों के आरक्षण की सूची जारी हो गई है। एक सप्ताह तक आपत्ति दाखिल की जाएगी।