पूर्व सांसद रामपाल सिंह का निधन, जिले भर में शाेक की लहर
— 1991 पहली बार बने थे सांसद, तीन बार जीते और दो बार पराजित हुए थे स्व. सिंह
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज सीट से तीन बार भाजपा से सांसद रहे इंजीनियर रामपाल सिंह का निधन हो गया। वे लगभग 90 वर्ष के थे और अक्सर बीमार रहा करते थे। इधर पिछले दस दिनों से ज्यादा बीमार चल रहे थे। उनके निधन से पूरे जिले में शोक व्याप्त है। अनके नेताओं, बद्धिजीवियों ने उनकी मौत पर हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।
बताया जाता है कि निरंतर बीमारी के कारण वे अधिकांश लखनऊ में ही रहने लगे थे। बीती रात वे कुछ ज्यादा ही अस्वस्थ थे। परिजन उनकी तीमारदारी में लगे थे। अचाानक रात लगग एक बजे उनकी हालत बिगड़ी और आनन फानन में उनका प्राणान्त हो गया। उनके निधन का समाचार पाकर जिले में शोक छा गया। लोग उनके बारे में जानने के लिए उनके आवास पर पहुंचने लगे।
बताते चलें कि वे डुमरियागंज क्षे़त्र के ग्राम सिकटा के निवासी थे। वे पेशे से इंजीनियर थे और अन्तिम समय में राजनीति में आये। वे सन 1991, 1998 व 1999 में सांसद चुने गये। दो बार अर्थात 1996 व 2004 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वे क्षेत्र में सरल नेता के रूप में जाने जाते थे।
उनके पुत्र (भतीजे) ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया की उनका शव लखनऊ से गांव सिकटा लाया जा रहा है। उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में भाजपा के जिलाध्यक्ष लाल बाबा त्रिपाठी, वरिष्ठ भाजपा नेता हरिशंकर सिंह, क्षे़त्रीय मंत्री गोविंद माधव, जिला महामंत्री दिलीप चतुर्बेदी, फतेबहादुर सिंह, रमेश कुमार पांडेय एडवोकेट, कन्हैया पासवान, श्याम सुंदर मित्तल आदि शामिल रहे। विपक्ष के सीनियर नेता व पूर्वमंत्री कमाल यूसुफ ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।