भारी बारिश से नर्क बना मुख्यालय, सड़कें गंदे नाले में तब्दील, कई वार्डो में प्रवेश असंभव
— मेनरोड व सिसहनिया मार्ग की हालत बदतर, खजुरिया रोड में चल रही पानी की धारा
— शहर के सर्किट हाउस में जमा डेढ़ फुट पानी, कई अन्य कार्यालयों में भारी जलजमाव
अजीत सिंह
शहर के खजुरिया रोड की बदहाल की स्थित
सिद्धार्थनगर। पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश ने जिला मुख्यालय का चेहरा बदहाल कर दिया है। शहर की मुख्य सड़क समेत वार्डो की कई सड़कें डूब गई हैं। इसी के साथ अनेक सरकारी कार्यालयों में भी भरी जलजमाव हो गया है। सीवरों के गंदे पानी व बदबूदार कचरे के सड़कों पर तैरने से नगरवासियों का घर से निकल पाना मुहाल हो गया है।
कल से हो रही बारिश के कारण शहर के गोरखपुर रोड पर वन विभाग के पहले लगभग सौ मीटर सड़क में भयानक गड्ढे के करण उस पर चल पाना पहले ही कठिन था, अब उनमें पानी भर जने के कारण लोग वाहनों से गिर रहे हैं। नगर की खजुरिया रोड पर थाने से बद्र स्कूल तक सड़क पर पानी की धरा चल रही है तो थाने के पास से सिविल लाइन वार्ड के सिसहनियां मुहल्ले में किसी का प्रवेश पा पाना कठिन है।
एक तो फिर से सड़क बनाने के नाम पर रोड खोद दी गई है, दूसरे नगरपालिका के पम्प की खुदाई से निकली मिट्टी भी सड़क पर छोड़ दी गई है। जिससे यहां की तीन हजार आबादी दोहरे संकट में फंस गई है। कृष्णानगर वार्ड की हालत सबसे बुरी है। लोग किधर से निकल कर काम काज पर जाएं यह किसी को सूझता ही नहीं है।
बीते 24 घंटों में बारिश इतनी तेज हुई है कि तमाम सरकारी कार्यालय परिसर भी पानी से लबालब डूब गये हैं। डीआईओएस कार्यालय कीचड़ से भरा है तो राजकीय लाइब्रेरी परिसर की हालत खराब है। लोनिवि के प्रथम सर्किट हाउस में एक फुट पानी भरा है, जिससे वहां के आवाससीय परिसर में रहने वालों का बाहर निकल पानी दूभर है। इसी डाक बंगला परिसर से लोनिवि के कर्मचारियों का निकास है। जिसके चलते विभाग भी प्रभावित है।
दूसरी तरफ थ्नाना से खजुरिया जाने वाली राड नदी बन गई है।इन सबके लिए शहर के नागरिक नगर पालिका को जिम्मेदार बता रहे हैं। सिविल लाइन्स के रुशाद अहमद, कृष्णानगर के कलाम अहमद कहते है कि पिछले तीन वर्षों से नालियों की सफाई, नये नालों के निर्माण व चौड़ीकरण पर कोई काम नहीं हुआ। इसलिए हालात खराब हुए। इस बारे में जब नगरपालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो मोबाइल नहीं उठा।