कोरोना वायरस से निपटने व प्राणि-रक्षा के लिए नौजवान वर्ग कर रहा विभिन्न नवाचार
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सार्थक रणनीति के तहत विभिन्न प्रकार के सेवा कार्यो से युवा समाज को लगातार प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे ही जिला मुख्यालय सिद्धार्थनगर में विकास पाण्डेय वत्स, अंकित त्रिपाठी, नितेश पाण्डेय और आदर्श त्रिपाठी की संयुक्त टीम द्वारा विभिन्न प्रकार के नवीन प्रयास कर कोरोना से लड़ने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
इस टीम का कहना है कि, “युवाओं में वह क्षमता होती है कि वह अनिश्चित को भी निश्चित कर सकता है, अपनी उर्जा से वह नकारात्मक को ही सकारात्मक रूप दे सकता है। ऐसे में सभी युवाओं को बढ़-चढ़कर के सामाजिक कार्यों में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करना चाहिए इससे हम बड़ी से बड़ी चुनौती को भी पार कर सकते हैं।”
यह टीम लॉकडाउन के दौरान दिन में वृहद स्तर पर जरूरतमंद परिवारों तक राशन वितरण का कार्य करती है, साथ ही देर रात्रि में बेसहारा पशुओं को चारा, रात्रिकालीन सेवा प्रदान कर रहे पुलिस के सुरक्षाकर्मियों एवं ट्रांजिट सेंटर पर प्रवासी श्रमिकों को चाय, बिस्कुट और पानी के रूप में जलपान प्रदान कर अपनी सेवा समाज में समर्पित कर रहे हैं।
उनका कहना है कि जब हम किसी लंबा सफर करके आ रहे किसी श्रमिक या उनके बच्चों को पानी या बिस्कुट का पैकेट देते हैं तो उनके चेहरे की मुस्कान हमारे अंदर दुगनी ऊर्जा पैदा कर देते हैं जिससे हम सकारात्मक रूप से और भी प्रेरित होकर कार्य करने के लिए समर्पित हो जाते हैं। जब देर रात्रि पुलिस वालों को चाय की चुस्की मिलती है तो वह अपनी नींद को मात देकर रात्रि में लगातार अपनी सेवाएं देते रहते हैं जिससे किसी भी राहगीर को कोई समस्या ना हो। बेसहारा पशुओं को लौकी, खीरा, पत्ता गोभी सत्तू और आटे का चारा बनाकर करीब 5 कुंतल प्रति दिन मुख्यालय के विभिन्न चौराहों पर रात्रि में विचरण कर रहे पशुओं को जगह-जगह चारा डाल कर उनका पेट भरने का काम कर रहे हैं। नर सेवा नारायण सेवा के भाव को लेकर इस टीम ने प्रण लिया है कि संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान यह सेवा कार्य अनवरत चलता रहेगा।