असली जीवन साथीः शौहर की जान बचाने के लिए बीवी ने खुद मौत को गले लगा लिया

May 30, 2021 2:15 PM0 commentsViews: 1180
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अजीत सिंह


सिद्धार्थनगर। पति-पत्नी का रिश्ता प्रगाढ़ होता है। मगर मौत को सामने देख अक्सर सह परिभाषा टूट जाया करती है। बहुत कम मौके पर एक दूसरे के लिए जान देने के मामले देखे जाते हैं। मगर जिले में इसकी एक मिसाल अभी सामने आई है, जहां अपने शौहर की जान बचाने के लिए बीवी ने खुद अपनी जान न्यौछावर कर दी। गांव में इस वाकये को ‘नेक खातून’ की शहादत की संज्ञा दी जा रही है। घटना इटवा थाना क्षेत्र के ग्राम मैलानी की है।

बताया जाता है कि मैलानी गांव में हबीबुल्लाह उर्फ बबलू नामक 40 वर्षीय किसान गांव के बाहर सीवान में अपनी भैंस को हरी घास खिलाने गये थे। साथ में उनकी 37 साल की पत्नी शहनाज भी थीं। बताते हैं कि भैंस चर रही थी और पति पत्नी मेड़ के पास आपस में घर परिवार और तीनों बच्चों के भविष्य पर बातें कर रहे थे। अचानक घास चरती भैंस का पैर वहां टूटकर गिरे विद्युत तार से उलझ गया था। तार में बिजली करंट था। अतः भैंस वहां तड़पने लगी। यह देख हबीबुल्लाह भैंस को बचने के लिए दौड़े, मगर वह बचाने के चक्कर में खुद ही तार की चपेट में आ गये।

यह देख मौके पर खड़ी शहनाज के होश उड़ गये। हबीबुल्लाह को तड़पता देख कर शहनाज कुछ समझ न सकी। वह अगर पति को बचाने के लिए शोर मचाती तो जब तक गांव से निकल कर लोग मौके पर पहुंचते और बचाव का प्रयास करते तब तक उसके पति हबीबुल्लहा की मौत हो सकती थी। इसलिए उसने तत्काल साहसिक फैसला लिया और तेजी से तार के पास पहुंची उसे झटके से खींच ने लगी। इससे हबीबुल्लाह तो तार से मुक्त होगए मगर शहनाज एक झटके से तार के साथ कुछ कदम दूर जा गिरी। जब तक करंट के झटके से उबर कर हबीबुल्लाह अपनी पत्नी शहनाज के पास पहुंचते वह मौत की गोद में जा चुकी थी और करंट युक्त तार अब भी उसकी मुठ्ठी में जकड़ा हुआ था।

हबीबुलह ने बताया कि उसने यह सब अपनी आंखों से देखा। मेरी बीवी ने खुद को मौत के मुंह में डाल कर मेरी हिफाजत की। इसकी तो मैने कल्पना भी नहीं की थी। इस हादसे के बाद गांव में शोक का माहौल है। गांव के लोग शहनाज को ‘नेक खातून’ की संज्ञा दे रहे रहे हैं, जिसकी मिसाल समाज में बड़ी मुश्किल से मिलती है।

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